नई दिल्लीः दुनिया की दिग्गज अमेरिकी एंटरटेनमेंट कंपनी डिज्नी के सीईओ बॉब आइगर ने एपल के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से त्यागपत्र दे दिया है। आइगर 2011 में इस दिग्गज मोबाइल फोन कंपनी के बोर्ड में शामिल हुए थे। वह कंपनी की कॉरपोरेट गवर्नेंस कमेटी के प्रमुख थे। साथ ही आइगर एपल के कंपेनसेशन बोर्ड में भी थे। बॉब आइगर ने 10 सितंबर को अपना त्यागपत्र सौंपा था। इस इस्तीफे का कारण वीडियो स्ट्रीमिंग में एपल और डिज्नी के कॉम्पिटीशन को माना जा रहा है। एक नवंबर से एपल टीवी प्लस सर्विस के जरिए वीडियो स्ट्रीमिंग में उतरेगी। नवंबर में ही डिज्नी भी स्ट्रीमिंग सर्विस शुरू करेगी। इस इस्तीफे की जानकारी एपल ने शुक्रवार को दी। आइगर साल 2011 में एपल के को-फाउंडर स्टीव जॉब्स के निधन के बाद एपल के बोर्ड में शामिल हुए थे। फॉर्च्यून की रिपोर्ट की मानें, तो निधन से पहले जॉब्स ने ही आइगर से बोर्ड में शामिल होने को कहा था। जॉब्स भी डिज्नी के बोर्ड में रहे थे। दोनों कंपनियों के कॉरपोरेट संबंध कई साल पुराने हैं। साल 2005 में आइगर डिज्नी के सीईओ बने थे और कुछ समय बाद आईट्यून्स के कंटेंट की घोषणा के वक्त वे स्टीव जॉब्स के साथ स्टेज पर दिखे थे। बता दें कि एपल प्रीमियम सेंगमेंट की मोबाइल फोन बनाती है। सऊदी अटैकः इतना महंगा हो सकता है कच्चा तेल, भारत भी होगा प्रभावित भारतीय मुद्रा में आई गिरावट, जाने कारण FPIs INVESTMENT : सितंबर के पहले पखवाड़े में एफपीआई ने देश में किया इतना निवेश