विमान क्रैश अक्सर होते रहते हैं. ये कई बार गलतियों से भी होता है. ऐसे ही एयर निउगिनी एयरलाइन्स के विमान को माइक्रोनेशिया में लैंड करना था लेकिन रनवे से महज 1500 फीट दूरी पर विमान समुद्र में समा गया. बता दें, पपुआ न्यू गिनी एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन कमिशन ने अपनी फाइनल रिपोर्ट में कहा है कि विमान के ऑटोमेटिक सिस्टम ने बार-बार चेतावनी दी थी, लेकिन बताया जा रहा है कि पायलट ने उसे खारिज कर दिया जिसके कारण ये हादसा हुआ. जानकारी के अनुसार, विमान के समुद्र में डूबने के बाद 34 लोगों को बचा लिया गया था, जबकि एक व्यक्ति की मौत हो गई थी. रनवे के पास हादसा होने की वजह से कई नावें तुरंत विमान के पास पहुंच गई थीं. यूएस नेवी ने ज्यादातर लोगों को रेस्क्यू किया था. वहीं रिपोर्ट के अनुसार विमान के सिस्टम ने चेतावनी दी थी. इसके बाद वॉयस और लाइट के जरिए मैसेज दिया गया था. हादसे के वक्त कॉकपिट में रिकॉर्ड किया गया एक वीडियो भी जारी किया गया है. को-पायलट को यह कहते सुना जा सकता है- हम बहुत नीचे हैं, हम बहुत नीचे हैं. जांच रिपोर्ट में पायलट का नाम नहीं दिया गया है, लेकिन बताया गया है कि उन्होंने कई चेतावनी मैसेज को नकार दिया. जबकि वार्निंग लाइट के जरिए उन्हें मैसेज मिल चुका था और विमान को ऊपर करने को कहा जा रहा था. सितंबर 2018 में हुए इस हादसे की जांच रिपोर्ट अब सामने आई है और इसके पीछे की वजह बताई गई है. 42 लाख साल पहले सिर्फ 1 किलोग्राम के होते बंदर, यहां मिले जीवाश्म सबसे खतरनाक जानवर होता है ज़ेबरा, जानें इसके कुछ रोचक तथ्य जब दूकान से निकले 15 कोबरा, लोगों के के उड़े होश