मुंबई: ये वो दौर था, जब बॉलीवुड पर सलमान खान, अक्षय कुमार, अजय देवगन, जैसे सुपरस्टार्स का एकतरफा राज था। इन सबके बीच एक मासूम से चेहरे वाला एक्टर बड़े परदे पर एंट्री लेता है और दर्शकों के दिल में अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहता है। हम बात कर रहे हैं, वत्सल सेठ की। साल था 2004, इस साल वीर जारा, युवा, देव, धूम, मैं हूँ ना, जैसी बड़े सितारों वाली फ़िल्में रिलीज़ हुईं थी। इसी बीच वत्सल की फ़िल्म भी परदे पर आई, नाम था 'टार्ज़न-द वंडर कार'। इस फिल्म में उनके अपोजिट आयेशा टाकिया थीं। यह फैंटसी थ्रिलर फिल्म बॉक्स ऑफिस पर तो उतनी सफल नहीं रही थी, लेकिन वत्सल के काम की तारीफ जरूर हुई थी। हालाँकि, इस मूवी के बाद से वत्सल जैसे फिल्मों से गायब हो गए। हालाँकि, उन्होंने नन्हे जैसलमेर, मलंग, जय हो, जैसी फिल्मों में कुछ छोटे-मोटे रोल किए, पर उन्हें वो स्थायित्व नहीं मिल सका। हाल ही में जब NewsTrack के संवाददाता के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत की, तो उन्होंने अपने करियर, बॉलीवुड और नेपोटिस्म से सम्बंधित सवालों पर बेबाकी से जवाब दिया। जब उनसे पुछा गया कि आपने फिल्मों के बाद टीवी की तरफ कैसे रुख किया। तो उन्होंने कहा कि टीवी में जाने का उनका कोई विचार नहीं था, लेकिन उन्हें अच्छे टीवी शो का ऑफर आया और उन्हें उसका किरदार पसंद आ गया। बकौल वत्सल " मैं जो भी करता हूँ, वो किरदार को देखकर करता हूँ, अगर मुझे किरदार अच्छा लगा तो मैं उसे जरूर करता हूँ, फिर चाहे वो वेब सीरीज हो, सीरियल हो या फ़िल्में हो।" जब उनसे पुछा गया कि वे अभिनेता ही क्यों बनना चाहते थे, तो उन्होंने कहा कि अभिनेता बनने के पीछे उनका मानना था कि एक अभिनेता, हर चीज़ कर सकता है, वो कभी डॉक्टर का किरदार कर सकता है तो कभी पुलिस का। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, यह काफी इंट्रेस्टिंग जॉब है, जिसमे हर दिन कुछ नया करने को मिलता है। गौरतलब है कि, हाल ही में अभिनेता सुशांत सिंह द्वारा की गई ख़ुदकुशी से बॉलीवुड में नेपोटिस्म को लेकर एक नई बहस छिड़ गई है। इस पर जब वत्सल सेठ से प्रतिक्रिया जानी गई तो उन्होंने कहा कि "मेरा मानना है कि यह हर चीज़ में है, नेता का बेटा नेता बनता है, डॉक्टर का डॉक्टर, अगर आप अच्छा काम करेंगे तो फेम जरूर मिलेगा। " उन्होंने कहा कि "बच्चे अपने माँ-बाप को देखते हैं और उनकी तरह बनना चाहते हैं।" सुशांत सिंह के केस में उन्होंने कहा कि "उसकी हकीकत अभी किसी को पता नहीं है कि ये कैसे हुआ ? इसलिए मैं इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।" जब उनसे पुछा गया कि क्या आप कभी बॉलीवुड में पॉलिटिक्स का शिकार हुए हैं, इसपर अभिनेता ने कहा कि उनके साथ ऐसा कुछ नहीं हुआ। इसके साथ ही उन्होंने अपनी अगली मूवी के बारे में भी बताया, उन्होंने कहा कि 'हूँ, म्हारी वाइफ ने एनो हस्बैंड' नाम से उन्होंने एक गुजराती मूवी की है, लेकिन वो लॉकडाउन के कारण लागू नहीं हो पाई। अपनी पसंदीदा फिल्म के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने अपनी पहली फिल्म टार्ज़न द वंडर कार का नाम लिया। वहीं जब हमने उनसे उनकी पसंदीदा अभिनेत्री का नाम पुछा तो वे हंसकर बोले, काफी सारी हैं, कोई एक नहीं। फिर भी जब हमने नाम जानना चाहा तो उन्होंने कहा मेरी पत्नी इशिता। उनके आइडल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि "आइडल ऐसा कोई नहीं है, मैंने अपने पिता और दादा से सीखा है, साथ ही आम जीवन में भी ऐसे कई सारे लोग हैं, जो मुझे इंस्पायर करते हैं, उसमे ड्राइवर, पोस्टमैन, आम जनता और घरवाले सभी शामिल हैं। जब उनसे पुछा गया कि उनकी साली तनुश्री दत्ता ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वो भी नेपोटिस्म का शिकार हुईं थीं। इस पर अभिनेता ने बेहद समझदारी भरा जवाब देते हुए कहा कि "इस मामले में मुझे कुछ नहीं पता, हमारी कभी इस बारे में बात नहीं हुई।" अभिनेता ने बताया कि वो अपनी बॉलीवुड लाइफ से खुश हैं और लगातार और बेहतर करने का प्रयास करते रहते हैं। सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं सूरज पंचोली, जानिए वजह? तेज हुई सुशांत को न्याय दिलाने की मांग इस एक्टर ने लिखी कहानी- 'सुशांत की प्रेगनेंट मैनेजर, सूरज पंचोली और मर्डर'