वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ हिंदी सिनेमा की मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल ने सुरीली आवाज में भगवान गणेश की आरती गाकर मंगलवार शाम संगीत संध्या का श्रीगणेश किया तो दर्शकों ने तालियां बजा कर उनका साथ दिया है। इसके अलावा गायिका ने पहले भजन और बाद में अपने गाए फिल्मों के गीतों से दर्शकों का मनोरंजन किया है । दर्शकों को उनके सुर इतने पसंद आए कि निर्धारित समय के बाद भी गानों की फरमाइश जारी रही थी| वही यदि बात की जाए गोरखपुर महोत्सव में मंच पर पहुंचीं मशहूर गायिका अनुराधा पौडवाल ने पंडाल में मौजूद लोगों का अभिवादन ‘कइसन बानी आप लोग’ पूछ कर किया तो लोगों ने भी गर्मजोशी से ‘ठीक बानी’ बोल कर और तालियां बजा कर उनका स्वागत किया था । इसके अलावा बोलीं कि गोरखपुर में पहला कार्यक्रम है, परन्तु दर्शकों का प्रेम देख कर लग रहा है कि यहां से पुराना नाता है। अनुराधा ने मंच पर संगीत यात्रा का आरंभ गणेश वंदना के साथ किया है। इसके बाद गायत्री मंत्र प्रस्तुत कर दर्शकों को भक्ति की राह पर ले चलीं। तूने मुझे बुलाया शेरा वालिए, मैं आया मैं आया शेरा वालिए भजन गाया तो पंडाल में भी जय माता दी के नारे लगने लगे और दर्शक उनके सुर के साथ सुर मिलाकर मां शेरावाली की वंदना की।इसके अलावा दिल फिल्म का गाना मुझे नींद न आए, मुझे चैन न आए जैसे ही शुरू हुआ दर्शकों ने गर्मजोशी से उनका उत्साह बढ़ाया। वही यदि बात की जाए आशिकी फिल्म का गीत सांसों की जरूरत है जैसे जिंदगी के लिए, बस एक सनम चाहिए आशिकी के लिए गाकर युवा दिलों की धड़कने बढ़ाईं। इसके साथ हर प्रस्तुति के बाद दर्शक और गाने की मांग करते रहे। अनुराधा पौडवाल ने भी लोगों का दिल नहीं तोड़ा। अनुराधा ने नब्बे के दशक के हिट गाने लाल दुपट्टा मलमल का, क्या करते थे साजना तुम हमसे दूर रह के, मन एक मंदिर प्यार है पूजा प्यार से बढ़ नहीं कोई दूजा गाए। इसके अलावा अंत में तम्मा तम्मा दोनों गाना प्रस्तुत किया तो पंडाल में मौजूद युवा खुद का थिरकने से नहीं रोक सके। प्यार के लिए धन्यवाद और दोबारा आने की तमन्ना के साथ उन्होंने मंच से विदा ली तो दर्शकों ने भी तालियां बजा कर उन्हें सम्मान दिया। 54 साल के होने पर भी अपनी सेहत का ऐसे ध्यान रखते है सलमान खान, जानिये क्या है फिटनेस का राज़ 77 की उम्र में सलमान की माँ ने किया इंस्टाग्राम पर डेब्यू, फॉलोअर्स की संख्या जानकर रह जाएंगे हैरान कैमरे के सामने इस मॉडल ने दिया न्यूड पोज़, और फिर...