अमेरिका में 'बॉम्ब साइक्लोन' का कहर

बोस्टन। अमेरिका बीते 10 दिनों से हाड़ कंपाने वाली भीषण ठंड से ठिठुर रहा है। इससे अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है। फ्लोरिडा में 30 साल में पहली बार बर्फबारी हुई है। बर्फीले तूफान की आशंका के चलते गुरुवार को अमेरिका में 2700 फ्लाइट्स कैंसल की गई हैं। सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि लोगों को घर में रहने के लिए कहा है. खबर तो यह भी है कि फ्लोरिडा का वॉटर पार्क भी जम चुका है. हालांकि मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिका में जो आने वाला संकट है, उसके मुकाबले यह ठंड कुछ भी नहीं है।

देश के कुछ हिस्से बर्फीले तूफान 'बम साइक्लोन' की चपेट में हैं। अमेरिका के 90 फीसदी हिस्से में तापमान शून्य या उसके नीचे है। मौसम विभाग के अनुसार न्यूयॉर्क में 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। बोस्टन में एक फीट तक बर्फबारी की आशंका है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार सप्ताह के अंत में अमेरिका के कुछ हिस्सों में तापमान शून्य से 35 डिग्री नीचे तक जा सकता है।

न्यू हैम्पशायर की माउंट वॉशिंगटन ऑब्जर्वेटरी के वैज्ञानिक टेलर रीगन ने बताया कि कुछ दिन पहले मंगल ग्रह का तापमान माइनस 16 डिग्री सेल्सियस था। इस सप्ताह के अंत में अमेरिका के कुछ हिस्सों में तापमान इससे भी कम हो सकता है यानी यह मंगल ग्रह से भी ज्यादा ठंडा हो जाएगा। वैज्ञानिक के मुताबिक, इन हिस्सों में तापमान माइनस 35 डिग्री से भी कम हो सकता है। ये है बॉम्ब साइक्लोन बॉम्ब साइक्लोन या बॉम्बोजेनेसिस की स्थिति तब बनती है, जब किसी तूफान का बायोमैट्रिक प्रेशर 24 घंटे के अंदर 24 मिलीबार से कम हो जाता है। यह स्थिति पहले या दूसरे श्रेणी के किसी चक्रवात को टक्कर दे सकती है।

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