हाल ही में भारत के आसमान में बम धमकी की घटनाओं ने सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया है। देशभर की एयरलाइंस को एक सप्ताह में 70 से अधिक बम की धमकियाँ मिली हैं, जिनमें से अधिकांश झूठी साबित हुई हैं। इन घटनाओं ने यात्रियों में डर और असुविधा का माहौल उत्पन्न किया है, जबकि एयरलाइंस एवं सुरक्षा एजेंसियों पर अतिरिक्त दबाव बना है। इस सिलसिले में नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) तथा अन्य संबंधित एजेंसियाँ निरंतर प्रयासरत हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान हो सके। वही इन धमकियों के पश्चात् डायरेक्टरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) के प्रमुख विक्रम देव दत्त का तबादला कर दिया गया है। उन्हें कोयला मंत्रालय में सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है तथा उनकी जगह जल्द ही एक संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी लेंगे। बताया जा रहा है कि यह कदम हालिया बम धमकी की घटनाओं के बाद उठाया गया है। इस हफ्ते शनिवार (19 अक्टूबर 2024) को 30 से अधिक विमानों को बम की धमकी मिली, जिससे हवाई सुरक्षा में चिंता बढ़ गई। अब तक कुल 70 विमानों को धमकियाँ मिल चुकी हैं। इन विमानों में Vistara, IndiGo, Air India, SpiceJet, Akasa, Star Air और Alliance Air सम्मिलित हैं। इसी बीच, मुंबई से कोलंबो जा रही एक Vistara की फ्लाइट में बम की खबर मिलने के पश्चात् सभी 96 यात्रियों एवं 8 क्रू सदस्यों को सुरक्षित उतारा गया। इसके अतिरिक्त, कई अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को भी धमकियों का सामना करना पड़ा। हालाँकि, तहकीकात के पश्चात् यह पाया गया कि अधिकांश धमकियाँ फर्जी थीं। हर फर्जी धमकी के पश्चात् होने वाली जाँच और प्रोटोकॉल को पूरा करने में काफी समय और पैसा खर्च होता है। एक अनुमान के अनुसार, इन धमकियों से अब तक 200 करोड़ से अधिक का नुकसान हो चुका है तथा यात्रियों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने इन धमकियों की जाँच के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व ट्विटर) से संपर्क किया है। पुलिस को संदेह है कि धमकियाँ देने वाले लोग VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) का इस्तेमाल कर रहे हैं ताकि उनकी असली लोकेशन छिपाई जा सके। इसके अतिरिक्त, कई धमकियों की लोकेशन लंदन, जर्मनी, कनाडा और अमेरिका से ट्रैक की गई है। पुलिस ने सोशल मीडिया हैंडल्स को निलंबित करने और पोस्ट हटाने का अनुरोध किया है। जाँच में दिल्ली पुलिस की साइबर सेल और इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रैटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) भी सम्मिलित हैं। वही इन धमकियों के बीच, BCAS के महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने यह सुनिश्चित किया कि भारतीय आसमान पूरी तरह से सुरक्षित है। उन्होंने कहा, “भारतीय आसमान में सुरक्षा के कड़े प्रोटोकॉल हैं, जिनका सख्ती से पालन किया जा रहा है। यात्रियों को बिना किसी डर के यात्रा करनी चाहिए।” हसन ने यह भी बताया कि धमकियों से निपटने के लिए सभी एयरलाइंस एवं सुरक्षा एजेंसियों के बीच तालमेल बढ़ाया जा रहा है। उनका दावा है कि जल्द ही इन फर्जी धमकियों पर काबू पा लिया जाएगा। शनिवार (19 अक्टूबर 2024) को नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (BCAS) के मुख्यालय में एयरलाइंस के प्रतिनिधियों के साथ एक अहम बैठक हुई। इस बैठक में बम की धमकियों से उत्पन्न समस्याओं पर चर्चा की गई। त्योहारी सीजन के चलते इन धमकियों की वजह से एयरपोर्ट पर भीड़ बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। BCAS ने आश्वासन दिया है कि वह जल्द ही धमकियों के मूल कारण तक पहुँचने में सफल होंगे। बम की इन फर्जी धमकियों को रोकने के लिए सरकार भी सख्त कदम उठाने की योजना बना रही है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय अन्य संबंधित मंत्रालयों के साथ मिलकर विमान अधिनियम-1934 एवं विमान नियम-1937 में संशोधन करने की दिशा में काम कर रहा है। इस संशोधन के तहत फर्जी धमकी देने वालों को 5 साल की सजा तथा नो-फ्लाई लिस्ट में डालने की सिफारिश की जा रही है। कानून और गृह मंत्रालय के परामर्श से एक समिति गठित की जाएगी, जो इस संशोधन का मसौदा तैयार करेगी। 'महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की साजिश', शिवसेना का आरोप 2 समुदायों में जमकर चले ईंट पत्थर, 32 लोगों पर दर्ज हुई FIR PM मोदी से मिल सकता है कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल, रखेंगे ये 4 मांगें