बम्बई हाई कोर्ट ने एक पुराने मामले में चल रहे केस की सुनवाई के दौरान देश के मौजूदा हालातों पर कड़ी टिप्पणी की है, साथ ही विदेशों में लोगों की नजर में भारत की छवि पर चिंता ज़ाहिर की है. कोर्ट ने यह टिप्पणी की कि मौजूदा हालातों के परिणाम इतने घातक है कि विदेशों में भारत कि छवि एक आपराधिक राष्ट्र की बन चुकी है. न्यायमूर्ति एससी धर्माधिकारी और न्यायमूर्ति भारती डांगरे ने एक नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे की हत्या को लेकर चल रहे केस के दौरान ये बातें कही है, साथ ही कोर्ट ने यह भी कहा है कि धर्मनिरपेक्ष लोग और उदार लोगों के लिए पिछले कुछ समय से देश सुरक्षित नहीं रह गया है, विदेश में लोगों ने यह धारणा बना ली है कि भारत एक ऐसा देश है जहाँ महिलाएं और आम नागरिक सुरक्षित नहीं है. देश में आए दिन बलात्कार और हत्या जैसे मामले आम हो चले है. गौरतलब कि नरेंद्र दाभोलकर को 20 अगस्त, 2013 को महाराष्ट्र के पुणे में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी और गोविंद पानसरे को 16 फरवरी, 2015 को कोल्हापुर में गोली मार दी गई थी, जिसके चार दिनों बाद उनकी मृत्यु हो गई थी, जिसके बाद इन दोनों के परिजनों ने याचिका दायर की थी. बता दें, इन मामलों में जांच सीबीआई और राज्य सीआईडी कर रहे थे, लेकिन फिर भी अब तक कुछ खास निकल कर नहीं आ सका. महाभियोग को सुप्रीम कोर्ट ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया महाभियोग नोटिस के लिए 71 सदस्यों ने दस्तखत किए लालू की ज़मानत का फैसला टला