नई दिल्ली: नए साल के आने की खुशी हर कोई अपने- अपने तरीके से मनाता है। कोई होटलों में पार्टी करता है, तो कोई परिवार के साथ समय बिताकर इस दिन का स्वागत करता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हम सब की सुरक्षा में दिन-रात सरहद पर तैनात हमारे फौजी भाई इस दिन को कैसे मनाते हैं? वो भी मस्ती करते हैं, नाचते-गाते हैं। लेकिन उनका तरीका कुछ ख़ास ही होता है। जम्मू-कश्मीर के पूंछ सेक्टर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों ने भी न्यू ईयर 2022 पर जमकर मस्ती की। इन जवानों का अंदाज कुछ ऐसा रहा कि हर हिन्दुस्तानी का 'जोश हाई' हो जाएगा। वीडियो की शुरुआत होती है दलेर मेहंदी के गाने 'बोलो तारा-रारा' गाने पर झूमते जवानों और अफसरों से। सामने आए वीडियो के बैकग्राउंड में लाइट-झालर लटकी हुई हैं। मतलब नए साल 2022 का स्वागत बेहतरीन तरीके से करने की तैयारी पहले से थी। फौजी स्टाइल में नए साल का मजा, 'बोलो तारा-रारा' गाने के बाद की जवानों के कविता पाठ ने दोगुना कर दिया। यह वीडियो कुल 1 मिनट 35 सेकंड का है। इस वीडियो में जवानों के डांस के बाद एंट्री होती है एक जवान की, जो कविता पाठ करने के लिए आगे बढ़ते हैं। इनकी कविता के बोल हैं: 'क्यों छोटा हृदय बनाते हो, गैर मुहब्बत में आकर क्यों आँसू आप गिराते हो, फौजी का घर है एक नहीं, घर हम सबका हिंदुस्तान सही, इस्लाम कसम भारत के आगे टिकेगा पाकिस्तान नहीं।' इस्लाम कसम भारत के आगे टिकेगा पाकिस्तान नहीं – इस लाइन के बाद BSF के बाकी खड़े जवानों का जोश, हर भारतवासी का 'जोश हाई' कर देता है। 'बीहड़ में तो बागी होते हैं, डकैत मिलते हैं पार्लियामेंट में', वो 'पान सिंह' जिससे पुलिस भी कांपती थी 'मैं दो कौड़ी के लोगों का नाम नहीं लेता..' जब राहत इंदौरी ने अटल जी को लेकर कही थी भद्दी शायरी 'मुंह में राम बगल में छूरी वाले हैं गांधी..', जब डॉ अंबेडकर ने 'हत्या' को बताया था देश के लिए अच्छा