लंदनः ब्रिटेन में ब्रेक्जिट का मुद्दा एक बार फिर उलझता जा रहा है। इस मुद्दे पर ब्रिटेन तीन प्रधानमंत्रीयों का कार्यकाल देख चुका है। टेरेसा में के इस्तीफा देने के बाद बोरिस जॉनसन ने जल्द ब्रेक्जिट कारवाने के वादे के साथ पीएम पद संभाला था। अब जॉनसन भी इसमे उलझते हुए दिख रहे हैं। ब्रिटेन के सांसदों ने पीएम बोरिस जॉनसन के उस प्रस्ताव को खारिज कर दिया जिसमें ब्रेक्जिट बिल की तीन दिन के भीतर समीक्षा करने की बात कही गई थी। हाउस ऑफ कॉमंस में सांसदों ने पहले ब्रेक्जिट बिल का समर्थन किया लेकिन फिर उसकी समीक्षा के लिए दिए गए कम समय पर उन्होंने विरोध में वोट किया। इसके पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने चेतावनी दी थी कि अगर सांसद ब्रेक्जिट प्लान को नकार देते हैं और यूरोपीय संघ ब्रेक्जिट के लिए तय 31 अक्तूबर की डेडलाइन आगे बढ़ा देता है तो वे दोबारा चुनाव करवा सकते हैं। मंगलवार को सांसदों ने पहले चरण की वोटिंग में ब्रेक्जिट बिल का समर्थन किया। इसके पक्ष में 329 और विरोध में 299 वोट पड़े लेकिन इसके कुछ देर बाद दूसरे चरण में उन्होंने इसकी समीक्षा के लिए दिए गए कम वक्त पर इस बिल को सांसदों ने 308 के मुक़ाबले 322 वोटों से नकार दिया। वोटिंग के बाद बोरिस जॉनसन ने कहा कि जब तक यूरोपीय संघ अपने इरादे स्पष्ट नहीं कर देता तब तक के लिए वो इस बिल को रोक रहे हैं। वहीं यूरोपीयन आयोग के एक प्रवक्ता ने कहा, ''आयोग ने आज रात को हुई वोटिंग के नतीजों को देखा है और वो उम्मीद करते हैं कि ब्रिटेन की सरकार अपने अगले कदम के बारे में उन्हें बताएगी।'' साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उनकी नीति अभी भी यही है कि इस महीने के अंत तक ब्रेक्जिट हो जाए। बोरिस जॉनसन ने कहा, या तो इस तरह से किसी दूसरे तरीके से, हमें इस समझौते के साथ यूरोपीय संघ को छोड़ना होगा, जिस पर हाउस ने अपनी सहमति भी जताई है। अगले हफ्ते इस अहम इस्लामिक मूल्क की यात्रा पर जाएंगे पीएम मोदी, जानें दौरे की वजह ब्रिटेन में दिवाली पर भारत विरोधी मार्च का ऐलान, लंदन के मेयर साजिद खान ने की कड़ी निंदा क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त मंत्री सीतारमण ने दिया यह बयान