कोलकाता: कोलकाता में गुरुवार को हिंदू और मुस्लिम संगठनों के विरोध प्रदर्शनों के कारण शहर की सड़कों पर भारी जाम लग गया। हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ कथित हिंसा के विरोध में प्रदर्शन किया, जबकि मुस्लिम संगठनों ने केंद्र सरकार के प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ आवाज उठाई। मुस्लिम संगठनों की ओर से पश्चिम बंगाल स्टेट जमीयत-उल-उलमा ने एक सभा आयोजित की, जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। इस दौरान, जमीयत-उल-उलमा के अध्यक्ष और राज्य के मंत्री सिद्दीकुल्लाह चौधरी ने कहा कि वक्फ विधेयक संविधान और मुस्लिम समुदाय के अधिकारों पर हमला है। उन्होंने इसे वक्फ संपत्तियों को हड़पने की साजिश बताया और सरकार को चेतावनी दी कि यदि विधेयक वापस नहीं लिया गया तो राज्यभर में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन होंगे। वहीं, हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रही कथित हिंसा के मुद्दे को उठाया। उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सख्त कदम उठाने की मांग की। इन विरोध प्रदर्शनों के चलते कोलकाता की यातायात व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हुई। शहर के मुख्य मार्गों पर लंबे समय तक जाम लगा रहा, जिससे लोगों को काफी दिक्कतें हुईं। मुस्लिम संगठनों ने वक्फ विधेयक के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज करने का ऐलान किया है। दूसरी ओर, हिंदू संगठनों ने बांग्लादेश के मामले पर केंद्र सरकार से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। इन प्रदर्शनों ने राज्य में राजनीतिक माहौल को और गर्म कर दिया है, और माना जा रहा है कि आने वाले समय में यह विरोध और तेज हो सकता है। इस्लामी आतंकियों के बाद अब खालिस्तानी पन्नू ने नक्सलियों को भड़काया, जानिए क्या कहा ? कौन थे हरबिलास सारदा? 115 साल पहले लिख गए अजमेर दरगाह की सच्चाई..! नौकरी और जमीन बिक्री घोटाले पर सीएम प्रमोद सावंत ने तोड़ी चुप्पी, जानिए क्या बोले?