आजकल कई लोगों के लिए कांच और प्लास्टिक के बोतलों को साफ करना मुश्किल होता है लेकिन आप इसे आसानी से कर सकते हैं। जी हाँ, आज हम आपको बताएंगे किस तरह से इनको साफ करें कि बोतलें पूरी तरह से क्लीन हो जाएं। इसके लिए कई घरेलू नुस्खे हैं जो अपनाए जा सकते हैं और आज हम आपको उन्ही नुस्खों के बारे में जो अपनाकर आप बोतलें पूरी तरह से क्लीन कर सकती हैं। कांच और प्लास्टिक की पानी की बोतलों का इस्तेमाल लगभग हर घर में होता है। ऐसे में पानी की बोतल बच्चे स्कूल लेकर जाते हैं और हम सभी ऑफिस में भी पानी की बोतलों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इस बीच बोतलों की साफ-सफाई बेहद जरूरी है। कांच और प्लास्टिक के बोतल बहुत जल्दी गंदे हो जाते हैं। तो आइए जानते हैं इन्हे साफ़ करने के टिप्स। * बोतल को साफ करने के लिए इसमें सफेद वेनेगर डालें। अब बोतल को बंद करके अच्छी तरह से हिलाएं। उसके बाद बोतल को ब्रश से अच्छे साफ करें और इसके बाद गर्म पानी से धो लें। ऐसे में बोतल बिल्कुल साफ हो जाएंगे। * गंदे प्लास्टिक के बोतलों को साफ करने के लिए दो टेबल स्पून सिरके में एक टेबल स्पून बैकिंग सोडा डालकर मिलाएं और अब इसे अच्छी तरह शेक करें। उसके बाद थोड़ी देर के लिए छोड़ दें और अब बोतल को बाहर से साफ करने के लिए इस घोल को ब्रश पर लगाकर बोतल के बाहरी हिस्से पर रगड़ें और इसके ढक्कन को भी इसी तरह साफ करें। उसके बाद बोतल को साफ पानी से अच्छे से धो लें। आप हमेशा विनेगर जैसे किसी स्ट्रांग क्लीनिंग एजेंट से ही बोतल साफ करें। * अब बोतल को साफ करने के लिए बोतल में आधा पानी भर लें और अब इसमें आइस क्यूब डालें। उसके बाद इस पानी में नींबू के टुकड़ें और नमक डाल दें और अब इसे अच्छी तरह शेक करें। ऐसा करने से बोतल पूरी तरह से साफ हो जाएंगी। वहीं इसके बैक्टीरिया भी मर जाएंगे और बदबूं भी चली जाएगी। * कांच की बोतलों को साफ करने के लिए उसमें हल्का गर्म पानी डालें और थोड़ा सा डिश सोप भी डालें। अब इसके बाद बोतल को अच्छी तरह से शेक करके साफ करें और इसके बाद इसे गर्म पानी से धोएं और सूखा लें। ध्यान रहे कांच के बोतलों को हाथ से ही धोएं, इन्हें ब्रश से साफ ना करें। बीड़ी नहीं देने पर पत्थर मारकर हत्या करता था 'साइको किलर', पुलिस ने किया गिरफ्तार हिजाब पहनकर कॉलेज पहुंची 20 मुस्लिम छात्राएं, प्राचार्य ने कहा- यूनिफार्म पहनकर आओ दिल्ली में स्कूल-कॉलेज खुलने पर हुआ बड़ा फैसला, DDMA ने जारी की नई गाइडलाइन्स