मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में शुक्रवार का दिन बहुत उथल-पुथल वाला रहा। चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को असली शिवसेना के तौर पर मान्यता दी और 'तीर और धनुष' वाला चुनाव चिन्ह आवंटित किया है। इस घटना के पश्चात् महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने अपने चचेरे भाई उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए कटाक्ष किया है। राज ठाकरे ने शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे का एक पुराना ऑडियो क्लिप शेयर किया, जिसमें वह धन और प्रतिष्ठा के बारे में बात करते हुए सुनाई दे रहे हैं। राज ठाकरे ने बालासाहेब का ऑडियो क्लिप साझा करते हुए कैप्शन दिया, 'बालासाहेब ने 'शिवसेना' का जो आइडिया दिया था, वह कितना सही था, आज फिर पता चल गया...'। ऑडियो क्लिप में शिवसेना संस्थापक को यह बोलते हुए सुना जा सकता है, "पैसा आता है और चला जाता है....पैसा जाता है तो इसे कमाया जाता है, मगर एक बार नाम चला गया तो वह कभी वापस नहीं आता। इसलिए आप अपना नाम बड़ा रखना... नाम ही सब कुछ है... नाम चला गया तो काले बाजार में भी नहीं मिलेगा। इसलिए अपना नाम पवित्र रखो।" एकनाथ शिंदे को शिवसेना के चुनाव चिह्न को बरकरार रखने की इजाजत देने के चुनाव आयोग के फैसले के बाद, उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की एवं "शिवसैनिकों" को अपनी जमीन पर बने रहने और दृढ़ रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाला गुट "असली मानुष" नहीं था। शिवसेना (यूबीटी) के नेता उद्धव ठाकरे ने पोल पैनल के निर्णय को लोकतंत्र के लिए खतरनाक बताया। ठाकरे ने बांद्रा में अपने मातोश्री बंगले में संवाददाताओं से बोला, "उन्होंने (एकनाथ शिंदे गुट ने) हमारे धनुष और तीर के प्रतीक को चुरा लिया है, मगर लोग इस चोरी का बदला लेंगे।" उन्होंने कहा, "हम एकनाथ शिंदे गुट को असली शिवसेना के तौर मान्यता देने के चुनाव आयोग के फैसले को सर्वोच्च न्यायायलय में चुनौती देंगे।" 'CM योगी आवास के बाहर मिला बम', जांच में हुआ ये खुलासा 'मेरे खिलाफ बोलेगा तब न पार्टी वाला वैल्यू देगा', आखिर किस से ऐसा बोले CM नीतीश? 'कभी आतंकवाद से ग्रसित था मेघालय, लेकिन आज..', विपक्षी दलों पर अमित शाह ने किया प्रहार