इंडिया के सुपर मिडिलवेट मुक्केबाज शिव ठाकरान ने यहां मलेशिया के आदिल हफीज को नॉकआउट में हराकर डब्ल्यूबीसी एशिया महाद्वीप में खिताब को अपने नाम करने में कामयाबी हासिल कर ली है। इंडियन मुक्केबाज ने आठ दौर के मुकाबले में जीत दर्ज करके एशियाई पेशेवर मुक्केबाजी सर्किट में सनसनी भी फैला दी है। ठाकरान ने इस बारें में बाद में बोला है कि ‘तीन महीने पहले जब यह मुकाबला तय किया गया था तब किसी को भी विश्वास नहीं था कि मैं छठे दौर तक भी जा पाऊंगा नॉकआउट तो दूर की बात रही है। कई लोगों ने मुझे पहले ही हारा हुआ मान लिया था क्योंकि मैंने एक वर्ष से भी अधिक वक़्त से कोई मुकाबला नहीं लड़ा था।' ठाकरान 2016 में पेशेवर मुक्केबाज बने थे और उनका रिकॉर्ड 16-3 है जिसमें आठ नॉकआउट भी शामिल किया जा चुका है। इसके पहले खबरें थी कि WBC एशियाई चैम्पियन नीरज गोयत ने पेशेवर मुक्केबाजों के लिये वेनेजुएला में चल रहे अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के ओलंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में कब्ज़ा जमा लिया जबकि बाकी दो भारतीय मुक्केबाज पहले दौर में हारकर बाहर हो गए। नीरज(69 किलो) ने यूनान के दिमित्रियोस पीटी के खिलाफ 3-0 से मुकाबला अपने नाम किया। अब वह जर्मनी के दूसरी वरीयता प्राप्त अराजिक मारूजान से भिड़ेंगे जो यूरोपीय चैम्पियनशिप के पूर्व रजत पदक विजेता हैं। अगर नीरज यह मुकाबला जीत लेते हैं तो ओलंपिक कोटा हासिल कर लेंगे। हारने पर भी उनके पास सेमीफाइनल में हारने वाले मुक्केबाजों के बीच होने वाले बाक्स आफ के जरिये क्वालीफाई करने का मौका होगा। Ind Vs Sa: टीम इंडिया को मिला बुमराह का विकल्प, BCCI ने इस गेंदबाज़ पर जताया भरोसा फुटबॉल विश्व कप के दौरान दर्शकों को दिखानी होगी ये चीज लंदन से अपने घर लौटी निहारिका कौरव, स्टेशन पर हुआ भव्य स्वागत