चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने आज सावन के पहले सोमवार (22 जुलाई, 2024) को होने वाली ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा की तैयारी के लिए मेवात के मुस्लिम बहुल क्षेत्र नूंह में 24 घंटे के लिए इंटरनेट और बल्क SMS सेवाएं बंद कर दी हैं। यह एहतियाती उपाय पिछले साल इसी आयोजन के दौरान यात्रा पर हुए हिंसक हमले के बाद उठाया गया है। जिसमें यात्रा में शामिल हिंदू भक्तों पर मुस्लिम भीड़ ने हमला कर दिया था, जिसके परिणामस्वरूप छह लोगों की मौत हो गई थी और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा था। FIR की कॉपी बताती थीं कि, किस तरह मुस्लिम भीड़ ने पूरी प्लानिंग के साथ यात्रा पर हमला किया था और पुलिस तक को घेर लिया था। श्रद्धालुओं को मंदिर के अंदर बंद कर दिया था। इसलिए इस बार सरकार ने सुरक्षा और अधिक रखी है। आप इन FIR की कॉपी में पिछले साल की भयावहता देख सकते हैं। 2023 में, ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के प्रतिभागियों पर हमला किया गया था, जिसके परिणामस्वरूप छह लोगों की मौत हो गई थी, एक साइबर पुलिस स्टेशन को जला दिया गया था और 150 से अधिक वाहनों को नष्ट कर दिया गया था। हिंसा जल्दी ही गुरुग्राम तक फैल गई, जिसके कारण दंगाइयों को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर पुलिस अभियान चलाया गया, जिनमें से कुछ पहाड़ियों में छिपे हुए थे और ड्रोन की मदद से पकड़े गए। पिछले साल की हिंसा की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए, प्रशासन ने नूंह में इंटरनेट सेवाओं और बल्क एसएमएस पर 24 घंटे का प्रतिबंध लगा दिया है। हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अनुराग रस्तोगी द्वारा आदेशित यह निलंबन रविवार शाम 6:00 बजे से सोमवार शाम 6:00 बजे तक प्रभावी रहेगा। प्रतिबंध का उद्देश्य व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से गलत सूचना और अफवाहों के प्रसार को रोकना है। इंटरनेट और बल्क एसएमएस प्रतिबंध के बावजूद, सार्वजनिक सुविधा के लिए कुछ सेवाएं चालू रहेंगी। इनमें व्यक्तिगत एसएमएस, मोबाइल रिचार्ज, बैंकिंग एसएमएस, वॉयस कॉल, कॉर्पोरेट और घरेलू ब्रॉडबैंड और लीज्ड लाइनों के माध्यम से प्रदान की जाने वाली इंटरनेट सेवाएं शामिल हैं। यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के लिए पुलिस हाई अलर्ट पर है। पुलिस अधीक्षक विजय प्रताप ने कहा कि प्रशासन का फैसला सुरक्षा चिंताओं पर आधारित है। कड़े उपायों का उद्देश्य किसी भी अराजक तत्व को सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने से रोकना है। पिछले साल 31 जुलाई को, एक मुस्लिम भीड़ ने नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस को रोकने का प्रयास किया, जिसके कारण हिंसक झड़पें हुईं। इस घटना में पांच लोगों और दो होमगार्डों की मौत हो गई, जबकि कई पुलिसकर्मियों समेत कम से कम 15 अन्य लोग घायल हो गए। इस साल ब्रज मंडल जलाभिषेक यात्रा के दौरान ऐसी घटनाएं दोबारा न हों, यह सुनिश्चित करने के लिए पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी है। अर्थव्यवस्था तो सरपट दौड़ेगी, लेकिन कुछ चुनौतियां भी रहेंगी..! सरकार ने संसद में पेश किया आर्थिक सर्वेक्षण गोलियां लेफ्ट सरकार ने चलवाई, 11 कार्यकर्ता कांग्रेस के मरे, TMC क्यों मनाती है शहीद दिवस ? समझिए पूरा मामला तमाम विरोध और सियासत के बीच 1 लाख हुए अग्निवीर, आरक्षण और नौकरी को लेकर इन राज्यों ने किए बड़े ऐलान