लंदन: कोरोना वायरस की बीमारी पूरे विश्व के लिए महामारी बन चुकी है. इस वायरस से दुनिया में 22 लाख से अधिक लोग पीड़ित हैं, जबकि डेढ़ लाख से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. कई देशों में इस बीमारी का उपचार खोजने के लिए शोध हो रहे हैं. सर्वाधिक प्रभावित देशों की सूची में शामिल ब्रिटेन भी उन देशों की सूची में शामिल है, जहां के वैज्ञानिक कोरोना का इलाज खोजने के लिए स्टडी कर रहे हैं. अब ब्रिटेन के ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में वैक्सीनोलॉजी डिपार्टमेंट की प्रोफेसर सारा गिल्बर्ट ने कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा किया है. शुक्रवार को प्रेस वालों से बात करते हुए गिलबर्ट ने वैक्सीन के सितंबर तक आ जाने का दावा करते हुए कहा कि हम महामारी का रूप लेने वाली एक बीमारी पर कार्य कर रहे थे, जिसे एक्स नाम दिया गया था. इसके लिए हमें प्लान बनाकर काम करने की आवश्यकता थी. उन्होंने कहा कि ChAdOx1 तकनीक के साथ इसके 12 टेस्ट किए जा चुके हैं. हमें एक डोज से ही इम्यून को लेकर अच्छे परिणाम मिले हैं, जबकि RNA और DNA तकनीक से दो या दो से अधिक डोज की आवश्यकता होती है. प्रोफेसर गिलबर्ट ने इसका क्लीनिकल ट्रायल आरम्भ हो जाने की जानकारी दी और सफलता का भरोसा जताते हुए कहा कि इसकी एक मिलियन डोज इसी साल सितंबर तक उपलब्ध हो जाएगी. अमेरिका के इस शहर में अब तक नहीं पहुँच सका कोरोना, वजह जानकर चौंक जाएंगे आप ब्रिटेन के COVID-19 एक्सपर्ट ग्रुप के अध्यक्ष बने भारतीय मूल के नोबेल विजेता रामकृष्णन क्या वूहान की लैब से निकला था कोरोना ? ट्रम्प ने दिया हैरान करने वाला जवाब