रोपड़: दिन व दिन बढ़ती जा रही जुर्म और घटनाओं कि कहानी के चलते आज के समय में ऐसा कोई भी नहीं है जो परेशान न वहीं हाल ही में रोपड़ जिला के गांव आलोवाल के पास भाखड़ा नहर में कार गिरने से भाई-बहन की मौत हो गई. वहीं कार चालक फौजी ने तैरकर जान बचाई. हादसा शनिवार को दोपहर ढाई बजे के करीब कार का संतुलन बिगड़ने से हुआ. नहर से बाहर निकले फौजी सुखविंदर सिंह ने बताया कि वह अपने पिता हरबंस सिंह और बुआ गीता देवी को कार में बैठाकर घनौली से गांव आलोवाल जा रहा था. मिली जानकारी के अनुसार नहर के किनारे कार का संतुलन बिगड़ गया. इससे कार नहर में जा गिरी. जलंधर में तैनात 8 सिखली रेजीमेंट के हवलदार सुखविंदर सिंह निवासी दशमेश कालोनी घनौली ने बताया कि उसके पिता हरबंस सिंह पथरी की बीमारी से पीड़त थे और वह उसके घर आये हुए थे. उन्हें दर्द होने लगा, जिस वजह से वह आराम करने लगे. वहीं इस बात का पता चला है कि इतने में उसकी बुआ गीता देवी पत्नी राम दयाल निवासी बद्दी (हिमाचल प्रदेश) भी उसके घर आ गईं. वह दोनों को इंडिगो कार में बैठाकर गांव आलोवाल लेकर जा रहा था. इसी दौरान उसका भाई प्रदीप सिंह भी बाइक पर आगे जा रहा था. भाखड़ा नहर के किनारे कार का संतुलन बिगड़ गया और बेकाबू कार नहर में गिर गई. सुखविंदर सिंह ने बताया कि कार का ड्राइवर साइड का शीशा खुला था. इससे वह कार नहर में गिरते ही बाहर निकल गया और साथ वाली सीट पर बैठी उसकी बुआ गीता देवी भी गिर गई. उसने उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया. लेकिन बुआ गीता देवी ने पहले अपने भाई हरबंस सिंह को बाहर निकालने की जिद की. वह दोनो को बाहर नहीं निकाल पाया. सुखविंदर सिंह ने बताया कि कार पानी के तेज बहाव में बह रही थी तो वह तैरकर नहर से बाहर निकल आया. घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. गोताखोरों की सहायता से दोनोें की की तलाश शुरू कर दी. देर शाम दोनों के शव और कार को भी नहर में से बाहर निकाल लिया गया. हरबंस सिंह थर्मल प्लांट में काम करते थे. प्रेमी संग रंगरलियां मनाने से रोकता था पति, अवैध संबंधों की चाहत में पत्नी ने उठाया ये कदम... वैलेंटाइन डे के अगले ही दिन प्रेमी ने प्रेमिका को मार दी गोली, फिर किया ये काम Board Exams: अब पढ़ाई के समय कोई करे शोर तो इस तरह कर सकते हैं UP पुलिस से शिकायत