श्रीनगर: सीमावर्ती प्रदेश जम्मू-कश्मीर में अशांति और आतंकवाद फैलाने की साजिशें रचने वाले पाकिस्तान ने अब भारत के खिलाफ ड्रोन वारफेयर शुरू कर दिया है। बीते कुछ वर्षों में तेजी से ऐसे मामले आए हैं, जब ड्रोन्स के माध्यम से जम्मू-कश्मीर और पंजाब में हमले करने, विस्फोटक गिराने या फिर जासूसी करने का कुत्सित प्रयास किया गया है। ऐसा ही एक मामला सोमवार देर रात कानाचक इलाके से सामने आया है। रात को लगभग 11 बजे BSF को एक ड्रोन उड़ता नज़र आया और जवानों ने सतर्कता दिखाते हुए उस पर गोलीबारी कर दी। कुछ देर में पुलिस को भी बुलाया गया और फिर से गोलीबारी की गई। फायरिंग के कारण यह ड्रोन नीचे आ गिरा और पाकिस्तान की नापाक साजिश का भंडाफोड़ हो गया। इस ड्रोन में तीन टिफिन थे, जिनमें IED विस्फोटक भरा हुआ था। इतना ही नहीं इन बमों के साथ अलग-अलग समय टाइमर भी सेट थे। सुरक्षा बलों ने एक्सपर्ट्स की सहायता से IED को निष्क्रिय कर दिया और किसी भी अप्रिय घटना की आशंका को टाल दिया। हालांकि ऐसे मामले लगातार सुरक्षा बलों की चिंता बढ़ा रहे हैं। जमीन के साथ ही अब आसमान पर भी सुरक्षा बलों को निगरानी करनी पड़ रही है। जून 2021 में इंडियन एयरफोर्स के स्टेशन पर ड्रोन अटैक किया गया था। भारत में ड्रोन अटैक का यह पहला केस था। इस हमले में ड्रोन के माध्यम से एयरफोर्स स्टेशन के टेक्निकल एरिया में कम तीव्रता वाले दो बम गिराए गए थे। ये धमाके आधी रात को लगभग डेढ़ बजे हुए थे। इसके कारण छत को थोड़ा नुकसान पहुंचा था और एक जवान भी जख्मी हुआ था। उसके बाद से ही लगातार सतर्कता बरती जा रही है। बता दें कि बीते दिनों ड्रोन के जरिए पंजाब में भी विस्फोटक गिराए जाने का मामला सामने आ चुका है। इंडियन आर्मी के चीफ जनरल एम.एम नरवणे भी ड्रोन अटैक्स को लेकर चिंता प्रकट कर चुके हैं। उन्होंने बीते दिनों कहा था कि अब युद्ध के तरीके बदल चुके हैं और पहली गोली चलने से पहले ही युद्ध आरंभ हो सकता है। 'पैगम्बर' पर बयान, भारत से अब तक 14 मुस्लिम मुल्क नाराज़..., कैसे थमेगा बवाल ? जो इस्लामी किताबों में लिखा है, वो कहने पर 'सिर काटने' की धमकी क्यों ? अगर 'पैगम्बर' का अनादर करना ईशनिंदा, तो 'महादेव' का अपमान करना कैसे जायज़ ?