नई दिल्लीः कर्ज से दबी और कैश संकट का सामना कर रही बीएसएनएल बुरे दौर से गूजर रही है। कंपनी के पास नकद की इतनी संकट हो गई है कि वह अपने कर्मचारियों को समय पर वेतन भी नहीं दे पा रही। एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक कंपनी इस माह का वेतन देने में असमर्थ है। अधिकारी ने कहा कि कंपनी की मासिक कमाई करीब 1,400 करोड़ रुपये है। कर्ज पर ब्याज भुगतान समेत उसकी कुछ देनदारियां भी हैं। अधिकारी के अनुसार, 30 अगस्त को वेतन देने में बीएसएनएलको दिक्कतें पेश आ रही हैं। हालांकि वेतन कब दिया जाएगा इसके बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया। अधिकारी ने ये सब बातें नाम न छापने के शर्त पर कहीं। बीएसएनएल के कर्मचारी संगठनों के अखिल भारतीय संघ एयूएबी के समन्वयक पी. अभिमन्यु ने कहा, 'सरकार पर BSNL का बहुत बकाया है। पेंशन योगदान के नाम पर सरकार 2007 से बीएसएनएल से हर साल करीब 400 करोड़ रुपये की अतिरिक्त राशि वसूल रही है। एयूएबी अपनी मांगों को लेकर दबाव बढ़ाने के लिए देशभर में आंदोलन चलाने की भी योजना बना रही है। बता दें कि बीएसएनएल में काम करने वाले कर्मचारियों की कुल संख्या 1,65,179 है। इनके वेतन पर कंपनी की कुल आय का करीब 75 फीसद खर्च होता है। कंपनी के 14,000 करोड़ रुपये के नुकसान में होने का अनुमान है जबकि 2018-19 में उसकी कुल आय 19,308 करोड़ रुपये थी। सरकारी क्षेत्र की एक और कंपनी एमटीएनएल के साथ इसके मर्जर होने की बात चल रही है। मध्यम वर्ग के लिए वित्त मंत्री ने किया बड़ा ऐलान एयर इंडिया का होगा निजीकरण, दुनिया भर के निवेशकों ने दिखाई रूचि रिजर्व बैंक का आपात फंड घटा, जानें क्या है कारण