नई दिल्ली: चीन के साथ बॉर्डर पर जारी विवाद के बीच भारत सरकार का बड़ा इकरारनामा सामने आया है। केंद्र सरकार ने यह स्वीकार किया है कि भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के मोबाइल नेटवर्क में लगभग 53 फीसदी उपकरण दो चीनी कंपनियों जेटीई और हुवावे से हैं. इस मामले में प्राइवेट कंपनियों की स्थिति बेहतर है, क्योंकि वे कई देश से ऐसे उपकरण आयात करती हैं. BSNL के मोबाइल नेटवर्क में लगभग 44 फीसदी इक्विपमेंट (उपकरण और अन्य साजोसामान) चीन की कंपनी ZTE से और 9 प्रतिशत उपकरण हुवावे (Huawei) से हैं. संचार राज्य मंत्री संजय धोत्रे ने एक सवाल के जवाब में गुरुवार को राज्यसभा में इस संबंध में जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि चीनी टेलीकॉम गियर मेकर्स कंपनियों उपकरणों के संबंध में सरकार के पास डेटा मौजूद नहीं है. धोत्रे ने राज्य सभा में जानकारी देते हुए बताया है कि, 'भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) के मोबाइल नेटवर्क का 44.4 प्रतिशत हिस्सा ZTE से और 9 फीसदी हिस्सा हुवावे से है. इसी पाकर महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (MTNL) के मोबाइल नेटवर्क में 10 फीसदी हिस्सा चीनी कंपनियों से आए उपकरण का है. PTI की रिपोर्ट के अनुसार, आंकड़ों के आधार पर उन्होंने बताया कि रिलायंस जियो इन्फोकॉम अपनी सर्विसेज के लिए जेटीई और हुवावे का कोई भी इक्विपमेंट उपयोग नहीं कर रही है. जोनास परिवार निक जोनास इस तरह से एक जन्मदिन मुबारक हो इच्छाओं! शेयर मार्केट में लौटी रौनक, बढ़त के साथ खुला बाजार राष्ट्रीय सुरक्षा पर साइबर अटैक ! NIC की वेबसाइट से हैकर्स ने उड़ाई संवेदनशील जानकारियां