मुंबईः उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा अध्यक्ष मायावती ने ऐलान किया कि वह धर्म परिवर्तन करने जा रही हैं। मायावती इन दिनों महाराष्ट्र में चुनावी रैलियां कर रही हैं। इसी कड़ी में वह नागपुर एक चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबासाहब आंबेडकर ने मृत्यु से कुछ समय पहले अपना धर्म परिवर्तन किया था। आप लोग मेरे धर्म परिवर्तन के बारे में भी सोचते होंगे। मैं निश्चित रूप से बौद्ध धर्म का अनुयायी बनने के लिए 'दीक्षा' लूंगाी लेकिन सही समय आने पर ऐसा करूंगी। देश की दिग्गज दलित नेत्री मायावती ने कहा कि ऐसा तब होगा जब पूरे देश में बड़ी संख्या में लोग धर्मांतरण करें। धर्मांतरण की यह प्रक्रिया भी तब ही संभव है जब बाबासाहब के अनुयायी राजनीतिक जीवन में भी उनके बताए रास्ते का अनुसरण करें। आरएसएस के हिंदू राष्ट्र वाले बयान पर मायावती ने कहा, उनकी पार्टी राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख के ‘हिंदू राष्ट्र’ बयान से सहमत नहीं है। बाबासाहब आंबेडकर ने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर संविधान बनाया था। उन्होंने धर्मनिरपेक्षता के आधार पर सभी धर्म के लोगों का ख्याल रखा था। बसपा सुप्रीमो ने कहा, संघ प्रमुख को इस तरह का बयान देने से पहले सच्चर समिति की रिपोर्ट पढ़नी चाहिए। गौरतलब है कि नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि भारत हिंदू राष्ट्र है और यहां के मुस्लिम बहुत खुश हैं। जानकारी के लिए बता दें भीमराव आंबेडकर ने हिंदु धर्म में कथित जातिगत भेदभाव से परेशान होकर बौद्ध धर्म अपना लिया था। 28 फीट लंबी मूछों के मुरीद हुए केंद्रीय मंत्री, जमकर की तारीफ झारखंड चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कसी कमर, किया जन आक्रोश रैली निकालने का ऐलान बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल को बेतिया में किया गया सम्मानित