नई दिल्ली: भारत के महत्वकांक्षी मिशन चंद्रयान-2 के तहत चांद पर लैंड होने से पहले विक्रम लैंडर का संपर्क इसरो के वैज्ञानिकों से टूट गया. इसके बाद भी भारत ने चांद के दक्षिणी ध्रुव के पास तक विक्रम लैंडर को पहुंचाकर ऐतिहासिक कार्य किया है. इस पूरे मिशन को लेकर देशभर के लोग इसरो के वैज्ञानिकों की हौसला अफजाई कर रहे हैं. इसी क्रम में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने भी चन्द्रयान-2 मिशन के लिए इसरो वैज्ञानिकों की प्रशंसा की है. मायावती ने अपने ट्विटर अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा कि, 'चांद पर कदम रखने के लिए चन्द्रयान-2 मिशन ने सभी भारतीय जनमानस को रोमांचित किया है. इस सम्बंध में भारतीय वैज्ञानिकों विशेष कर 'इसरो' के वैज्ञानिकों ने अब तक जो भी कामयाबी हासिल की है वह गर्व करने लायक है व उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए.' वैज्ञानिकों की प्रशंसा करते हुए मायवती ने कहा कि, 'साथ ही, आगे बढ़ते रहने के लिए यह आवश्यक है कि निराशा, हताशा और दुःखी कतई न हों और यह भी याद रहे कि 'गिरते हैं शहसवार मैदान-ए-जंग में, वह तिफ्ल (बच्चा) क्या गिरे जो घुटनों के बल चले'. मायावती ने कहा कि वैज्ञनिकों को देशहित में कार्य करते रहने के लिए उनके हौंसले बढ़ाते रहने की आवश्यकता है. पीएम मोदी ने राजीव गाँधी पर की थी विवादित टिप्पणी, 30 नवंबर को सुनवाई करेगी अदालत पीएम मोदी ने मुंबई में किया मेट्रो प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास पाकिस्तान में नहीं थम रही जबरन धर्मांतरण की घटनाएं, अब एक 15 वर्षीय लड़की को बनाया मुस्लिम