लखनऊ: सवर्ण जाति के लोगों को आर्थिक स्थिति के आधार पर 10 फीसद आरक्षण देने की केंद्र सरकार के ऐलान का बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने समर्थन किया है. पार्टी अध्यक्ष मायावती ने केंद्र के इस फैसले को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का राजनीतिक स्टंट करार देते हुए सवाल किया कि सरकार ने इस बारे में पहले फैसला क्यों नहीं लिया? 65 साल के शख्स ने प्लेन में महिला के साथ कर दी ऐसी हरकत कि... मायावती ने मंगलवार को प्रेस वार्ता में कहा है कि हम सरकार के आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के आरक्षण देने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं, हम संसद में इस बिल का समर्थन करेंगे. उन्होंने कहा है कि, 'लोकसभा चुनाव से पूर्व लिया गया यह फैसला हमें साफ़ नीयत से लिया गया निर्णय नहीं लग रहा है. यह एक चुनावी स्टंट ज्यादा लग रहा है, राजनीतिक छलावा लग रहा है. अच्छा होता अगर भाजपा अपना कार्यकाल खत्म होने से बहुत पहले ये निर्णय ले लेती. ' राफेल मामले पर राहुल गाँधी ने फिर लगाए आरोप, कहा झूठ पर झूठ बोल रही रक्षामंत्री दरअसल सोमवार को नरेंद्र मोदी सरकार ने आर्थिक रूप से कमज़ोर सवर्णों के लिए सरकारी नौकरियों और शिक्षा के क्षेत्र में 10 फीसद आरक्षण के प्रस्ताव को अनुमति दे दी थी. सरकार का यह निर्णय ऐसे वक़्त में आया है जब लोकसभा चुनाव में 100 दिन से भी कम समय बाकि रहा है, ऐसे में सरकार के इस फैसले को राजनितिक स्टंट माना जा रहा है. खबरें और भी:- अयोध्या विवाद पर मणिशंकर का विवादित सवाल, क्या सबूत है कि यहीं पैदा हुए थे राम ? शरीफ की सजा निलंबित करने की याचिका अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित देशव्यापी हड़ताल के खिलाफ ममता सरकार ने ठोंकी ताल, कहा राज्य में नहीं होने देंगे बंद