नई दिल्ली : अबकी बार बजट में भारत के वित्त मंत्री अरुण जेटली व भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक प्रकार से अग्निपरीक्षा है. मोदी व अरुण के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार का तीसरा बजट लोगो की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है इस पर सभी की निगाहे इस आम बजट में रहेगी. व बात जब देश के आम बजट की है तो फिर गैस सब्सिडी को लेकर भी आम लोगो को सरकार से काफी उम्मीदे है. वैसे आज भी रसोई गेस के दामो में 71 रूपये की बढ़ोतरी हुई है. बता दें कि प्राकृतिक गैस के दाम कम होने का आशय यह है कि सीएनजी और घरों में पाइप लाइन के जरिये पहुँचने वाली गैस के लिए कच्चे माल की लागत कम होगी. इस कारण रिटेल दामों में कमी आएगी.इसके कारण बिजली बनाने और उर्वरक बनाने की लागत भी कम होगी. जैसा कि पता ही है कि मुम्बई के उपनगरो के साथ ही साथ देश के अधिकांश राज्यो में भी घरो में डायरेक्टर सप्लाई होती है. इसके अलावा बड़ी संख्या में वाहन भी सीएनजी से चलते हैं. तो इस बजट में लोगो को भी इसके लिए भी काफी उम्मीदे बंधी हुई है. बजट 2017 : आईटी कंपनियों को टैक्स में छूट के साथ लोगों को नौकरी मिलने की है सम्भावना खास मुद्दे जिन पर जेटली खोल सकते है घोषणाओ का पिटारा....