वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए देश का बजट आज वित्त मंत्री अरुण जेटली द्वारा पेश कर दिया गया हैं. वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में हर क्षेत्र पर बारीकी से जोर दिया हैं. शिक्षा, नौकरी, रोजगार, स्वास्थ, रेलवे, ग्रामीण, किसान आदि को मद्देनजर रखते हुए यह बजट पेश किया गया हैं. बजट प्रक्रिया समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर बात करते हुए बजट को सभी वर्ग के लोगो के लिए उचित करार बताया. मोदी ने कहा कि, यह बजट देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाला बजट हैं. जिसमे कि, इज ऑफ़ डूइंग के साथ इज ऑफ़ लिविंग पर भी ध्यान दिया गया है. यह बजट देश को गति प्रदान करने वाला बजट हैं. किसानो के हित पर बात करते हुए मोदी ने कहा कि, देश के किसानो ने खाद्यानो और फल-सब्जियों का रिकॉर्ड उत्पादन कर देश के विकास में एतिहासिक योगदान दिया है. किसानो को और मजबूत करने के लिए और उनकी आय को बढ़ाने के लिए इस बजट में अनेक कदम प्रस्तावित है. प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि, कृषि क्षेत्र में साढ़े चार लाख करोड़ का आवंटन किया है. ग्रामीण भारत से लेकर आयुष्मान भारत तक डिजिटल इंडिया से लेकर स्टार्टर इंडिया तक देश के संतुलन को गति देने वाला बजट है. बिज़नेस फ्रेंडली डेवलपमेंट फ्रेंडली भी है. समाज के आख़िरी छोर पर बैठे भाई-बहनो को इसका लाभ मिलेगा. रोजगार के नए मौके मिलेंगे. किसान को अपनी लागत का एक गुना अधिक मूल्य दिलाया जाएगा. बजट 2018: लघु-मध्यम उद्योग और युवाओं को मिला फायदा बजट 2018 : सरकारी खजाने और GDP में लगा तगड़ा घाटा बजट 2018 पर कांग्रेस ने कहा- जुमलों की बारिश के लिए तैयार रहे