देश में अगले शनिवार को आम बजट पेश किया जाना है। वही ऐसे में प्रधान न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने टैक्स को लेकर अहम बयान दिया गया है। इसके अलावा जस्टिस बोबडे ने शुक्रवार को कहा कि नागरिकों पर अधिक टैक्स लगाना सामाजिक अन्याय है। इसके साथ ही आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण के 79वें स्थापना दिवस समारोह में जस्टिस बोबडे ने कर चोरी को अपराध करार देते हुए उसे अन्य लोगों के साथ सामाजिक अन्याय बताया गया है । इसके साथ ही यह भी कहा कि सरकार द्वारा लोगों पर मनमाना या अधिक कर लगाना भी एक तरह का सामाजिक अन्याय है। इसके अलावा प्रधान न्यायाधीश (सीजेआइ) ने कहा कि नागरिकों से उसी तरह से टैक्स वसूला जाए, जिस तरह से मधुमक्खी फूलों को नुकसान पहुंचाए बिना उससे रस निकालती है। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जबकि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को साल 2020-21 का आम Budget पेश करने जा रही हैं। इस बार उनसे Income Tax में राहत की उम्मीद की जा रही है।उल्लेखनीय है कि सरकार देश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए पिछले साल सितंबर में कॉरपोरेट टैक्स में भारी कटौती कर चुकी है। वही प्रधान न्यायाधीश ने टैक्स से संबधित विवादों के त्वरित निकारण पर जोर दिया जा रहा है ।वही उन्होंने कहा कि विवादों का त्वरित समाधान आयकरदाताओं के लिए इंसेंटिव के समान है और इससे मुकदमों मे फंसा पैसा भी निकल जाता है। इसके साथ ही जस्टिस बोबडे ने जोर देकर कहा कि कर न्यायपालिका देश के लिए संसाधन जुटाने में बहुत अहम भूमिका निभाती है। न्याय में देरी पर चिंता जताते हुए सीजेआइ ने कहा कि इसी के चलते न्यायाधिकरणों का गठन हुआ। Budget 2020: पेंशनधारकों को बड़ा तोहफा दे सकती है सरकार, ये है प्लान पतंजलि बनेगी देश की सबसे बड़ी FMCG कंपनी, FY20 में 25,000 करोड़ का टर्नओवर रबी सीजन में भारी पैदावार की आशंका ने बधाई चिंता, पहले से पड़ा है स्टॉक