भोपाल। मध्यप्रदेश में आगामी 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनावों के मद्देनजर बीजेपी और कांग्रेस पूरी शिद्दत से प्रचार में जुटी हुई हैं। बीजेपी जहां 15 साल की सत्ता के बाद एक बार फिर मध्यप्रदेश के सिंहासन पर काबिज होने के लिए मेहनत कर रही है, वहीं कांग्रेस 15 साल बाद सत्ता में वापस आने के अभियान में जुटी हुई है। मध्यप्रदेश में कई ऐसी सीटें हैं, जो कांग्रेस और भाजपा का गढ़ मानी जाती हैं। इन सीटों पर दूसरी पार्टी की जीत नामुमकिन मानी जाती है। ऐसी ही एक सीट है बुधनी सीट। पहली बार वोट देने वाले ऐसे खोजे सूची में अपना नाम और मतदान केंद्र बुधनी सीट पर 20 साल से कांग्रेस का प्रत्याशी नहीं जीत पाया है। यह सीट सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह क्षेत्र सीहोर जिले में आती है। यह सीट मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का निर्वाचन क्षेत्र है। बुधनी सीट से कांग्रेस ने आखिरी चुनाव 1998 में जीता था, इसके बाद कांग्रेस यहां पर कभी भी अपना कब्जा नहीं जमा सकी। वोटर आईडी खोने पर दोबारा कैसे प्राप्त करें, जाने खास बातें इतने चुनाव हुए सीट पर इस सीट पर अब तक 15 विधानसभा चुनाव हुए हैं। इनमें से कांग्रेस केवल 5 पर जीत दर्ज कर सकी है, जबकि बीजेपी ने 6 बार जीत दर्ज की है। हालांकि 2006 से लगातार यह सीट बीजेपी के ही पास है और तब से सीएम शिवराज सिंह चौहान यहां के विधायक हैं। क्या है स्थिति बुधनी में 40 फीसदी मतदाता आदिवासी हैं। ऐसे में बीजेपी ने एससी—एसटी एक्ट को लेकर जो बदलवा किया है, उसका फायदा यहां मिल सकता है। इस बार पूरी उम्मीद है कि यहां पर फिर से बीजेपी अपना कब्जा जमा सकती है। पिछले चुनाव में क्या रही स्थिति अगर हम पिछले चुनाव की बात करें, तो 2013 में शिवराज सिंह चौहान ने इस सीट से कांग्रेस प्रत्याशी महेंद्र सिंह चौहान को हराया था। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी को 84 हजार वोटों से शिकस्त दी थी। वहीं 2008 में शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस प्रत्याशी को 40 हजार वोटों से मात दी थी। चुनावी अपडेट इस तरह पता लगाएं अपना नज़दीकी मतदान केंद्र इन सीटों का खेल तय करेगा भाजपा का भविष्य मध्यप्रदेश में होने वाले चुनावों पर रहती है सबकी नजर