मुंबई: शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत ने शुक्रवार को एकनाथ शिंदे और अजीत पवार पर तीखा हमला करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में महायुति की जीत के बाद से सरकार के सभी फैसले राज्य के बजाय दिल्ली में लिए जाएंगे। राउत ने कहा कि, "अब बात यह है कि महाराष्ट्र से जुड़ी सभी चीजें दिल्ली में तय की जाएंगी, वे स्वाभिमान और गौरव की बात करते थे, जो अब नहीं है। एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को अपने मुद्दे रखने के लिए बार-बार दिल्ली आना पड़ेगा। भले ही वे अलग-अलग पार्टियों से हैं, लेकिन उनका हाईकमान दिल्ली में है, मोदी और शाह उनके हाईकमान हैं।" शिवसेना सांसद ने आगे कहा कि, "उन्हें (एकनाथ शिंदे और अजीत पवार) महाराष्ट्र में जो कुछ भी करवाना है, उसे दिल्ली से मंजूरी लेनी होगी, कल भी वे (दिल्ली में) मिले थे। तो अब महाराष्ट्र में बैठक करके वे क्या करेंगे? इसलिए मोदी और शाह जो भी आदेश दे रहे हैं, उन्हें सुनना होगा।" उन्होंने देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा नेता का राजनीतिक सफर काफी घटनापूर्ण रहा है, क्योंकि वह मुख्यमंत्री से लेकर उपमुख्यमंत्री तक के पद पर रहे हैं। उन्होंने कहा, "पहले भी देवेंद्र फडणवीस सीएम थे, वे डीसीएम बन गए, एकनाथ शिंदे उनसे काफी जूनियर थे। एकनाथ शिंदे ने फडणवीस की कैबिनेट में भी काम किया है, अचानक फडणवीस शिंदे की कैबिनेट में काम करने लगे। महाराष्ट्र में जिस तरह की राजनीति हो रही है, उसमें अब आत्मसम्मान जैसी कोई चीज नहीं बची है।" इसी तरह अजित पवार पर अपनी आपत्तियों को और मजबूत करते हुए उन्होंने कहा कि पवार "हमेशा के लिए डीसीएम" हैं। राउत ने कहा, " अजित पवार हमेशा के लिए डीसीएम हैं, वे डीसीएम रहे हैं, वे डीसीएम ही रहेंगे।" राउत ने एक बार फिर ईवीएम पर संदेह जताते हुए दावा किया कि गठबंधन "ईवीएम के कमाल" की वजह से खुश है। उन्होंने कहा , "आजकल उनके चेहरों पर काफी खुशी है, लोकसभा चुनाव के बाद उनके चेहरों की चमक गायब हो गई थी, जो अब वापस आ गई है, यह ईवीएम का कमाल है। एक 'तीन मूर्ति' वाला मंदिर बनाया जाना चाहिए, बीच में ईवीएम, एक तरफ पीएम और दूसरी तरफ अमित शाह ।" भारतीय नौसेना ने पकड़ी श्रीलंका की नाव, 500 किलो ड्रग्स जब्त शिक्षक भर्ती घोटाले में TMC नेता कुंतल घोष को सुप्रीम जमानत, लेकिन रहेगी ये शर्त 'सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में हो जांच..', संभल हिंसा पर बोले सपा सांसद