कटनी: मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कटनी जीआरपी थाने के एक वायरल वीडियो को लेकर मोहन यादव सरकार को घेर लिया है। पटवारी का कहना है कि भाजपा सरकार में दलितों एवं आदिवासियों पर अत्याचार आम बात हो गई है। पीसीसी अध्यक्ष पटवारी अब कटनी जाकर पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। पटवारी ने मीडिया से बातचीत में कहा, "कटनी का अपराध भले एक वर्ष पुराना हो, किन्तु इससे उसकी गंभीरता खत्म नहीं होती। अपराध छोटा नहीं होता। बीजेपी सरकार में दलितों एवं आदिवासियों पर अत्याचार आम हो गया है। भाजपा के नेता ही दलितों पर पेशाब करते हैं और अत्याचार करते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री की जिम्मेदारी एक ही व्यक्ति (मोहन यादव) की है, उन्होंने अब तक इस मामले में क्या किया?" राज्य के विपक्षी दल के प्रमुख ने बताया कि वह आज पीड़ित परिवार से मिलने कटनी जा रहे हैं। हमारा प्रयास होगा कि राहुल गांधी जी से उनकी बातचीत करवा सकें। हमारी मांग है कि दलित महिला और उसके पोते से मारपीट करने वाली टीआई के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, और आरोपी टीआई के घर पर बुलडोजर चलाया जाए। बता दें कि एक वायरल वीडियो को लेकर राजनीति तेज हो गई है। कटनी जीआरपी थाने के वीडियो में स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है कि जीआरपी थाना इंचार्ज अरुणा वाहने एक दलित महिला कुसुम तथा उसके नाबालिग पोते को डंडे से पीट रही हैं। महिला का बेटा और नाबालिग का पिता एक कुख्यात बदमाश है। उसी की पूछताछ के लिए दोनों को जीआरपी थाने लाया गया था। वही अब सवाल उठ रहे हैं कि पुलिस को यह अधिकार किसने दिया कि वह मां और बेटे को पूछताछ के नाम पर बुलाए और उनकी खूब पिटाई कर दे? इस मामले में GRP थाना प्रभारी अरुणा वाहने ने बताया कि महिला कुसुम वंशकार का बेटा दीपक वंशकार एक शातिर निगरानीशुदा बदमाश है। वह रेल पुलिस के लिए मोस्ट वांटेड था तथा उस पर 10 हजार रुपये का इनाम भी घोषित था। दीपक वंशकार पर 17 मामले दर्ज हैं। चोरी की वारदातों के पश्चात् उसका पूरा परिवार उसका साथ देता था, इसलिए पूछताछ के लिए परिजनों को लाया गया था। वीडियो अक्टूबर 2023 का है। अब तक दीपक वंशकार को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है तथा उसका परिवार अपने घर पर है। GRP कटनी थाने में मारपीट मामले में हंगामा मचने के पश्चात् एसआरपी जबलपुर ने बताया कि टीआई अरुणा वाहने को पृथक कर DSP रेल को जांच सौंप दी गई है। एसपी रेल जबलपुर ने ट्वीट में लिखा, "प्रकरण के संज्ञान में आने के पश्चात् उक्त तथ्य सामने आए हैं। ट्विटर पर दिखाए गए चित्र अक्टूबर 2023 के हैं। चित्र में दिखाए गए व्यक्ति शातिर अपराधी दीपक वंशकार के परिजन हैं। दीपक वंशकार के खिलाफ जीआरपी थाना कटनी में 19 अपराध दर्ज हैं। दीपक वंशकार वर्ष 2017 से निगरानीशुदा बदमाश है। बीते साल दीपक वंशकार के चोरी के अपराध में फरार होने के आधार पर इस पर ₹10,000 का इनाम घोषित किया गया था। अप्रैल 2024 में इसे कटनी से जिला बदर करने के आदेश दिए गए हैं और इसकी गैंग हिस्ट्री शीट खोली गई है। ट्विटर के आधार पर तथ्य सामने आने के पश्चात् थाना प्रभारी जीआरपी कटनी को पृथक कर उप पुलिस अधीक्षक रेल को जांच आदेशित की गई है।" भारत दे रहा उधार बिजली, तब बांग्लादेश में हो रहा उजाला, हज़ारों करोड़ रूपए बाकी कांग्रेस ने काटा कुमारी शैलजा का टिकट, भूपेंद्र हुड्डा को फ्री हैंड देने की तैयारी GRP थाने के बंद कमरे में महिला और नाबालिग बच्चे से हुई बर्बरता और...