हिमालय जड़ी-बूटियों का खजाना है और यहां पाए जाने वाले पेड़-पौधों का उपयोग आयुर्वेद में बड़े पैमाने पर किया जाता है। इस लिस्ट में एक नाम बुरांश के पौधों का भी शामिल है। बुरांश का पौधा उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है। आप सभी को बता दें कि बुरांश औषधीय गुणों के साथ ही पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है। इसी के साथ बुरांश के फूलों का इस्तेमाल जूस बनाने के लिए किया जाता है। जी दरअसल इन फूलों की पंखुड़ियों में क्विनिक एसिड पाया जाता है, जो कि स्वादिष्ट होने के साथ ही काफी फायदेमंद भी रहता है। अब हम जानते हैं बुरांश के फूलों के फायदों के बारे में। खून की कमी पूरी करता है बुरांश- कई बार महिलाओं में खून की कमी देखने को मिलती है। ऐसा होने से एनीमिया जैसे रोग सामने आने लगते हैं। लेकिन बुरांश के सेवन से शरीर में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। जी दरअसल बुरांश के फूलों में आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। हड्डियों को मजबूत बनाता है बुरांश- बढ़ती उम्र के साथ हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और जोड़ों में दर्द की समस्या शुरु हो जाती है। अगर ऐसा है तो बुरांश काफी मददगार साबित हो सकता है। जी दरअसल इसमें मौजूद कैल्शियम जोड़ों के दर्द से निजात दिलाकर हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। जलन से राहत दिलाएगा बुरांश- कई बार त्वचा पर, गले या पेट में जलन होने लगती है और इस परिस्थिति में बुरांश के फूलों से बना जूस जलन से राहत दिलाते हैं और राहत दिलवाते हैं। डायबिटीज में भी असरदार होगा बुरांश- बुरांश में एंटी-हिपेरग्लिसेमिक गुण पाया जाता है, जो कि शुगर लेवल को कंट्रोल करने का काम करता है। इस वजह से कई बार डायबिटीज के रोगियों को बुरांश के फूलों का जूस पीने की सलाह दी जाती है। कमजोरी दूर करता है बुरांश- आयुर्वेद में बुरांश को पोषक तत्वों का खजाना माना जाता है। यह कैल्शियम, जिंक, आयरन और कॉपर का एक अच्छा सोर्स है। इस वजह से हर दिन बुरांश के फूलों का जूस शरीर में न्यूट्रीशन की कमी पूरी करके शरीर को ताकतवर बनाने में मदद करता है। बार-बार आ रही है हिचकी तो करें यह उपाय कोरोना काल में सबसे कारगर गिलोय, डेंगू से गठिया तक के रोगों में फायदेमंद सुबह खाली पेट पीते हैं चाय तो पहले जान लीजिये ये नुकसान