पथरीली राहें और पहाड़ी क्षेत्र भी नहीं बन पाए 'लाड़ली बहना योजना' के लिए अड़चन, तस्वीर शेयर कर CM ने की तारीफ

बुरहानपुर: मध्य प्रदेश के सीएम शिवराजसिंह चौहान की प्राथमिकता वाली लाड़ली बहना योजना का लाभ दिलाने के लिए जिलेभर में महिलाओं की ई-केवायसी का काम जारी है। जिले के कई इलाकों में मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलने से दिक्कत भी आ रही है। पथरीली राहें हों या पहाड़ी क्षेत्र, हमारे निष्ठावान कार्यकर्ता नारी सशक्तिकरण के इस महायज्ञ को पूर्णत: प्रदान करने में पूरे उत्साह से लगे हुए हैं।

बुधवार को धूलकोट क्षेत्र की धोंड पंचायत में भी मोबाइल नेटवर्क नहीं मिलने से कुछ इसी प्रकार की दिक्कत हो रही थी। इसके चलते पंचायत के रोजगार सहायक मुन्ना जमरे ने पास की एक टेकरी पर खटिया डाल ली और वहां से केवायसी का काम आरम्भ किया। इंदौर संभागायुक्त डा. पवन शर्मा ने इस तस्वीर को ट्वीट किया था। इस पर सीएम शिवराज सिंह चौहान ने री-ट्वीट करते हुए लिखा है कि कोई पात्र बहना न छूटे। पथरीली राहें हो या पहाड़ी क्षेत्र, हमारे निष्ठावन कार्यकर्ता नारी सशक्तिकरण के इस महायज्ञ को पूर्णता प्रदान करने में पूरे उत्साह से लगे हुए हैं। बुरहानपुर के सुदूर गांव धोंड की यह फोटो मन को प्रफुल्लित कर रही है। मुन्ना जमरे की यह तस्वीर इंटरनेट मीडिया पर भी प्रसारित हो रही है।

इसे फेसबुक पर पोस्ट करते हुए इंदौर संभागायुक्त ने भी लिखा है कि मुझे यह फोटो साझा करते हुए खुशी हो रही है कि बुरहानपुर जिले में प्रशासन सुदूर गांवों में जाकर इस प्रकार लाड़ली बहना योजना के लिए ई-केवायसी का काम कर रहा है। धोंड पंचायत जिला मुख्यालय से लगभग 40 किलोमीटर दूर है। इस गांव में किसी भी कंपनी का मोबाइल नेटवर्क काम नहीं करता। इस पर रोजगार सहायक मुन्ना जमरे को पंचायत के अन्य काम भी इसी टेकरी पर बैठकर करने पड़ते हैं। काम आने पर वे खटिया, मोबाइल और लैपटाप लेकर पहाड़ी पर पहुंच जाते हैं।

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