नई दिल्लीः देश में छाई मंदी को लेकर सरकार लगातार निशाने पर है। मंदी के कारण उद्योग का बुरा हाल है। कई कंपनियों ने अपना उत्पादन बंद कर दिया है। जिस कारण नौकरियों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। सरकार पर इसको लेकर काफी दवाब है। वित्त मंत्री ने इसको लेकर कल यानि शनिवार को कई बड़े घोषणाएं कीं। उद्योग संगठनों ने सरकार की इन घोषणाओं का स्वागत किया है। उद्योग संगठनों ने निर्यात तथा रीयल एस्टेट क्षेत्र के लिए 70 हजार करोड़ रुपये के राहत पैकेज के ऐलान की सराहना की है। उद्योग जगत ने कहा कि सरकार की यह घोषणा उनकी उम्मीदों के अनुरूप है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने एक बयान में कहा, ‘वित्त मंत्री की घोषणा विस्तृत है और इससे निकट भविष्य में अर्थव्यवस्था को आवश्यक सहारा मिलेगा। उन्होंने दिक्कतों से जूझ रहे दो क्षेत्रों को राहत देने की घोषणा की है।’ खुदरा कारोबारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि वित्तमंत्री द्वारा दी गई राहत से निर्यात व आवास क्षेत्र में तेजी से सुधार सुनिश्चित होगा। एसोचैम ने भी वित्तमंत्री द्वारा राहत की नई किस्त की घोषणा की सराहना की। एसोचैम के अध्यक्ष बीके गोयनका ने कहा कि निर्यातकों की मदद की यह घोषणा उन्हें वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने में दूरगामी साबित होंगे। इंडियन चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष मयंक जालान ने कहा कि राहत के इन कदमों से निकट भविष्य में रोजगार के असवर सृजित होंगे। उन्होंने वाहन क्षेत्र के लिए भी इसी तरह की राहत की उम्मीद जाहिर की। वित्त मंत्री ने अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए किए कई बड़े ऐलान 2050 रुपए सस्ती हुई चांदी, सोने में भी आई जबरदस्त गिरावट मंदी का असरः इस फेमस मोटर कंपनी ने बंद किया उत्पादन