नई दिल्ली : भारत के फैक्टरी उत्पादन की दर इस साल फरवरी में घटकर 0.1 फीसदी रही। हालांकि पिछले साल के मुकाबले यह 0.1 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल फरवरी में फैक्टरी उत्पादन की दर 6.9 फीसदी थी। ये आधिकारिक आंकड़े शुक्रवार को जारी किए गए। हालांकि मासिक आधार पर जनवरी 2019 के मुकाबले औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में फरवरी में 1.43 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। सरकार ने बढ़ाई जीएसटीआर-1 फाइल करने की समयसीमा ऐसी रही इस बार स्तिथि सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने एक बयान में शुक्रवार को कहा, "वित्त वर्ष 2018-19 के अप्रैल से लेकर फरवरी तक की संचयी वृद्धि दर पिछले साल के मुकाबले चार फीसदी रही।" पिछले वित्त वर्ष के शुरुआती 11 महीनों में यह 4.3 फीसदी थी। आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन की दर फरवरी में नकारात्मक 0.3 फीसदी रही। पिछले साल समान अवधि के दौरान इसमें 8.4 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। गुरुवार को भी पेट्रोल और डीजल की कीमतों में नजर नहीं आया कोई परिवर्तन मुद्रास्फीति दर में भी हुई शुरू इसी के साथ खाने-पीने की चीजों और ईंधन के दाम बढ़ने से देश में खुदरा मुद्रास्फीति की दर मार्च महीने में 0.29 फीसदी बढ़कर 2.86 फीसदी पर पहुंच गयी. शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गयी. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा मुद्रास्फीति एक महीना पहले फरवरी में 2.57 फीसदी रही थी, जबकि एक साल पहले मार्च में यह 4.28 फीसदी पर थी. डॉलर के मुकाबले 10 पैसे की कमजारी के साथ खुला रुपया गुरुवार को बाजार खुलते ही सेंसेक्स और निफ्टी में नजर आयी मामूली बढ़त एसबीआई ने दी ग्राहकों को राहत, ब्याज दरों में की कटौती