वाशिंगटन: एक तरफ जहां मेडिकल और दवाइयों की दुनिया आधुनिक होती जा रही है तो वहीं दूसरी तरफ एक फंगस ने वक़्त के साथ खुद को ऐसे डेवलप कर लिया है कि, वो इंसानों के लिए जानलेवा बन चुका है। यह फंगस ब्लडस्ट्रीम में पहुंचने पर बॉडी में खतरनाक इन्फेक्शन उत्पन्न करता है। भयावह बात तो यह है कि फिलहाल इसका कोई उपचार मौजूद नहीं है। इससे भी डरावनी बात यह है कि इससे पीड़ित व्यक्ति भले ही मर जाए, किन्तु फंगस जीवित रहता है और दूसरों के शरीर में आसानी से प्रवेश कर उन्हें भी शिकार बना सकता है। स्टीव गुएरडाट ने लगातार तीसरी बार जीता एफईआई जम्पिंग वर्ल्ड कप न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार मई महीने में ब्रुकलीन के माउंट सिनाई हॉस्पिटल फॉर ऐब्डॉमिनल सर्जरी में एक बुजुर्ग शख्स को उपचार हेतु भर्ती किया गया था। ब्लड टेस्ट में पता चला कि वह एक नए तरह के जीवाणु से संक्रमित है जो अभी तक जितना रहस्यमयी बना हुआ है, उतना ही खतरनाक भी है। टेस्ट रिपोर्ट सामने आने के बाद डॉक्टरों ने मरीज को इन्टेन्सिव केयर यूनिट में स्थानांतरित कर दिया। स्टीव गुएरडाट ने लगातार तीसरी बार जीता एफईआई जम्पिंग वर्ल्ड कप कैंडिडा ऑरिस नाम का यह फंगस उन लोगों को शिकार बनाता है, जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है। यह पूरे विश्व में चुपचाप फैलता जा रहा है। गत पांच वर्षों में यह वेनेजुएला के नवजात शिशु संबंधी इकाई और स्पेन के एक अस्पताल में फैल चुका है। फंगस कि वजह से एक ब्रिटिश मेडिकल सेंटर को अपनी इन्टेन्सिव केयर यूनिट तक बंद करनी पड़ी थी। वहीं इस फंगस ने भारत, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रिका में भी पैठ बनाना शुरू कर दी हैं। खबरें और भी:- पाकिस्तान ने 100 भारतीय मछुआरों को किया रिहा चीन में होने वाली बेल्ट एंड रोड फोरम की बैठक में हिस्सा नहीं लेगा भारत आतंक के खिलाफ इराक को बड़ी सफलता, ISIS के प्रमुख नेता को किया ढेर