चंडीगढ़: 2019 लोकसभा चुनाव के दौरान पंजाब के शहरी क्षेत्रों में कांग्रेस के ‘शर्मनाक प्रदर्शन’ के कारण मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की नाराजगी का शिकार हुए कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू चुनाव के बाद हुई पहली मंत्रिमंडल की बैठक में गुरुवार को शामिल नहीं हुए . इसके बाद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू के पंख कतरते हुए गुरुवार की दोपहर को स्थानीय निकाय विभाग से हटा दिया है। यह फैसला क्रिकेट से सियासत में आए नवजोत सिंह सिद्धू की ओर से मंत्रिमंडल की बैठक में न जाने और प्रेस वार्ता कर अमरिंदर सिंह के खिलाफ बोलने के बाद किया गया है। सीएम अमरिंदर की ओर से राज्यपाल को सिद्धू से स्थानीय निकाय विभाग से हटाने की सलाह देने के कुछ मिनट बाद सिद्धू ने प्रेस वालों से कहा था कि- “मुझे हल्के में नहीं लिया जा सकता है... मैं पंजाब की जनता के प्रति जवाबदेह हूं।” कैप्टन अमरिंदर ने इस विभाग को अभी अपने पास ही रखने का निर्णय लिया है। हालांकि, सिद्धू के पास पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय का प्रभार है। वे कैबिनेट मंत्री भी रहेंगे। किन्तु, अमरिंदर सिंह की ओर से स्थानीय विभाग छीनना सिद्धू के लिए एक सख्त संदेश है। इससे पहले, पंजाब के सीएम अमरिंद सिंह के साथ गहराते विवाद के संकेत के बीच गत माह खत्म हुए लोकसभा चुनाव के बाद गुरुवार को बुलाई गई पहली मंत्रिमंडल की बैठक में स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू नहीं पहुंचे। तेलंगाना से कांग्रेस को बड़ा झटका, 12 विधायक कहने वाले हैं अलविदा कश्मीरी युवाओं को नशे में उलझा रहा पाकिस्तान, सीमा पार से पहुंचा रहा ड्रग्स अमेरिका में महामारी का रूप ले रहा खसरा, अब तक 1000 मामले आए सामने