सर्दी के मौसम में गाड़ियों में अक्सर दिक्क़त आने लगती है इसलिए जरूरी होता है की इस कार का विशेष ख्याल रखा जाये इसके लिए कार के कई पार्ट्स का ध्यान रखना होता है। खासकर, टायर का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। हम यहां टायर्स जुड़े ऐसे ही टिप्स शेयर करने जा रहे गई कार को लम्बे समय तक चलने में मदद करेगी तो देर किस बात की है आइये जानते है टायर रोटेट करवाएं : हर 9000 किलोमीटर पर टायर रोटेशन जरूरी है। हर ऑइल चेंज के साथ टायर रोटेशन का एक नियम बना लें। विंटर टायर्स में करें निवेश : विंटर टायर्स ठंड के लिहाज से बनते हैं। इनमें 25 से 50 प्रतिशत ट्रेक्शन ज्यादा पाएंगे।विंटर टायर्स वो टायर्स होते है जिन्हे ठंडे माहौल में बेहतर ट्रैक्शन और ग्रिप के मद्देनदजर डिजाइन किया जाता है। ट्रेड्स में पतले कट्स और गहरी धारियां होती हैं। बर्फ और पानी को बढ़िया काटते हैं। स्नोफ्लैक का सिंबॉल ऐसे टायर्स पर बना होता है। उम्र का ख्याल : कार टायर की उम्र पांच साल मानी जाती है। 5 साल बाद इनका रबर कड़क होने लगता है। कड़क होते ही इसमें दरार आ जाती हैं। ठंड के मौसम में ये आशंका ज्यादा रहती है। ट्रेड की गहराई : ट्रेड की गहराई नापने के लिए टायर में ही इंडिकेटर्स हैं। एयर प्रेशर : तापमान जैसे ही गिरने लगता है, टायर प्रेशर कम हो जाता है। 10 डिग्री की गिरावट पर टायर से एक पाउंड प्रेशर कम होता है। अमेरिकन ब्रांड Jeep Compass भारतीय टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव के गैराज में शामिल, जाने फीचर्स Yamaha FZ-FI से Bajaj Pulsar 150 कितनी है पॉवरफुल, जानिए तुलना 10 हजार रुपए खर्च करने के लिएअनुपम खेर ने खाया था खूब सारा खाना