बड़ी इलायची हो या फिर छोटी इलायची, दोनों को बहुत पसंद किया जाता है और दोनों सेहत के लिए फायदेमंद है। आपको हर घर में आपको छोटी-बड़ी इलायची मिल जाएगी। इनका बिरयानी से लेकर खीर तक में इस्तेमाल किया जाता है। जी हाँ और स्वाद के साथ ही इलायची में कई औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं। जी दरअसल ये कई रोगों से भी बचाती हैं। अब अगर बात करें, छोटी इलायची की तो लोग इसे बतौर माउथ फ्रेशनर की तरह भी खाते हैं। इसी के साथ ही मीठे व्यंजनों में इसका बहुत ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। अगर हम इलायची में मौजूद पोषक तत्व के बारे में बात करें तो छोटी इलायची में कार्बोहाइड्रेट्स, फाइबर, प्रोटीन, फॉस्फोरस, पोटैशियम, सोडियम, जिंक, आयरन, कैल्शियम, मैंगनीज, कॉपर, कुछ विटामिंस, थियामिन, राइबोफ्लेविन आदि मौजूद होते हैं। जी हाँ और अगर आप इलायची वाली चाय पीते हैं तो इसमें फेनोलिक एसिड और स्टेरोल्स होता है, जो एंटीऑक्सीडेंट तत्वों से भरपूर होते हैं। साथ ही इसमें, सीनेओल, पीनेन, सैबिनेन, लिनालूल जैसे बायोलॉजिकल मेटाबोलाइट्स होते हैं, जो शरीर में एंटीकैंसर, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीडायबिटिक, एंटीहाइपरटेंसिव, एंटीमाइक्रोबियल जैसे प्रभाव करते हैं। आइए बताते हैं इलायची वाली चाय पीने के फायदे। – पाचनशक्ति को दुरुस्त करने के लिए आप इलायची वाली चाय पी सकते हैं। इसे आप खाना खाने के बाद पिएं। – अगर आपको उल्टी, जी मिचलाने की समस्या है, तो आप इलायची वाली चाय ज़रूर पिएं। – इलायची वाली चाय पीने से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है। इसी के साथ शरीर में रक्त का संचार सही बना रहता है। – इलायची वाली चाय पीने से आप दिल के रोगों से बचे रह सकते हैं। – वायरल फीवर, फ्लू, सर्दी-जुकाम, गले में खराश आदि की समस्या से भी इलायची वाली चाय छुटकारा दिलाती है। – फेफड़े और इससे संबंधित रोग जैसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, निमोनिया आदि होने पर इलायची वाली चाय पीने से फेफड़ों में इंफ्लेमेशन की समस्या दूर होती है। – इलायची के बीजों से बने काढ़े को स्कैल्प और बालों में लगाने से डैंड्रफ की समस्या कम हो सकती है। – एक्ने, मुंहासे, स्किन टोन, रैशेज, पिग्मेंटेशन आदि से परेशान हैं, तो इलायची वाली चाय पिएं। इलायची वाली चाय बनाने का तरीका- एक बर्तन में 4 कप पानी डालें, उसे उबलने दें। इलायची का छिलका हटाकर बीजों को बारीक पीसकर पाउडर बना लें। अब 1 बड़ा चम्मच इलायची पाउडर उबलते हुए पानी में डाल दें और आंच कम करके 10 मिनट तक उबलने दें। इसके बाद गैस बंद कर दें और 1 से 2 मिनट के लिए यूं ही छोड़ दें। उसके बाद इसे कप में छान लें। अब इसमें शहद या थोड़ी सी चीनी मिलाएं और पी लें। 88 प्रतिशत से अधिक भारतीय वयस्कों को कोविड टीका लगाया गया: मंडाविया बुखार आने पर भूल से भी नहीं खानी चाहिए ये चीजें! आयुर्वेद, योग को धर्म/समुदाय के साथ जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण: राष्ट्रपति