भारत में विदेशी ऑटोमोबाइल कम्पनियाँ तेजी से विस्तार कर रही है, कुछ वर्षो में भारत में कारो की बिक्री काफी बड़ी है. भारत में चलने वाली विदेशी कम्पनियो की कार, अपने देशो में किसी अन्य नाम से जानी जाती है. कई बार इन कम्पनियों की कारें भारत में फ्लॉप रहती है, तो कम्पनियाँ अन्य नाम से दोबारा उस कार को लांच कर देती है. इन कम्पनियों को भारत में कार लांच करने में भी कई दिक्क्तों का सामना करना पड़ता है. हुंडई की सेंट्रो- भारत में यह कार मारुति 800 और ऑल्टो की तरह ही लोकप्रिय है. कोरियन कार निर्माता कंपनी हुंडई की यह कार पहले भारत में मोडिफाइड एटोस लांच की गयी थी, लेकिन बाद कम्पनी ने इसे सेंट्रो के नाम से पेश किया. इस कार का नाम साउथ कोरिया और इंडोनेशिया में हुंडई एटोस है और ब्रिटेन में हुंडई एटोज एमिका है. फोर्ड फीगो- यह कार भारत में बनती है, जिसको कम्पनी साउथ अफ्रीका और ब्राजील में भी भेजती है. इस कार को निर्यातक देशो में Ka+ (का+) नाम से बेचा गया था, तब इस कार को फीगो नाम से पेश नहीं किया गया था. हालांकि उस समय Ka नाम की कारें बाजार में थी, तो कम्पनी ने Ka+ का नाम भारत में फीगो दिया. यह पसंदीदा कारे जो अब बंद हो गयी है भारत में लांच हुई फोर्ड इकोस्पोर्ट फेसलिफ्ट लैक्सस ने पेश की अपनी सबसे छोटी और सस्ती SUV