नई दिल्ली : विवादित इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक के विरूद्ध कठोर आतंकवाद निरोधक कानून के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर दिया गया। इस मामले में यह माना जाता है कि उन्हें लेकर जो कानूनी राय मिली उनके और गैर सरकारी संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन के विरूद्ध कार्रवाई करने की सलाह भी दी गई है। मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा नाईक के कथित घृणा फैलाने वाले भाषणों समेत विवादित गतिविधियों हेतु संभावित कार्रवाई को लेकर कानूनी राय मांगी गई। हालांकि इस बारे में यही कहा गया है कि जाकिर नाईक ने विभिन्न मंचों से जो भाषण दिए हैं वे घृणा फैलाने वाले ही थे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह कहा गया कि आतंक निरोधक कानूनों के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया जाना चाहिए। इस मसले पर कानूनी सलाह के दौरान यह कहा गया कि नाईक का उद्देश्य धार्मिक समूहों के विरूद्ध जानबूझकर वैमनस्य फैलाने का है। दूसरी ओर इतना भी कहा गया कि कानूनी राय में केवल जाकिर ही नहीं बल्कि आईआरएफ के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया जाए। गौरतलब है कि बांग्लादेश में आतंकी हमला होने के बाद जाकिर नाईक सवालों के घेरे में आए थे। दरअसल उन पर आरोप थे कि जो आतंकी इस मामले में सामने आए हैं वे उनके भड़काऊ भाषण से प्रेरित थे। अमेरिका-भारत की पाकिस्तान को दो टूक, आतंकवाद को करे खत्म पाकिस्तान ने चला नया पैंतरा, भारत पर लगाया आतंकवाद प्रायोजित...