रांची: बुधवार को रांची में हुए लाठीचार्ज के मामले में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। विधानसभा में नमाज के लिए कमरा आवंटित करने के विरोध में भारतीय जनता पार्टी के नेता विरोध प्रदर्शन कर रहे थे तथा इसी के तहत विधानसभा का घेराव किया जाना भी प्रस्तावित था। इसी के चलते पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे व्यक्तियों को रोकने का प्रयास किया मगर वो नहीं रूके। इसके पश्चात् पुलिस को लाठियां भांजनी पड़ी थी। वही जिला प्रशासन की ओर से सांसद दीपक प्रकाश संजय सेठ, मेयर आशा लकड़ा समेत 28 नेताओं को नामजद अपराधी बनाया गया है, वहीं 1 हजार से अधिक अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। उपद्रव करने के आरोप में ये कार्रवाई की गई है। वही पहले लाठीचार्ज तथा अब भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के पश्चात् प्रदेश में एक बार फिर सियासत आरम्भ हो गई है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रदीप सिन्हा का कहना है कि उनका प्रदर्शन शांतिपूर्ण था मगर सरकार की शह पर पुलिस प्रशासन ने लाठीचार्ज किया। साथ ही उन्होंने कहा कि अब उल्टे हम पर ही प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। ये बहुत निंदनीय हैं। भाजपा के विधायक सीपी सिंह ने बताया कि हमारे नेताओं पर लाठीचार्ज होता है तथा हम पर ही मुकदमा भी होता है। उन्होंने कहा कि तुष्टीकरण का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा, सीपी सिंह ने आरोप लगाया कि ये सरकार केवल और केवल तुष्टीकरण पर जीवित है। सीपी सिंह ने बताया कि इस प्रकार के आरोप लगाकर झूठे मुकदमे करना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है बल्कि ये हास्यास्पद है। कैथोलिक बिशप के लव जिहाद वाले बयान पर मचा बवाल, अब CM विजयन ने मुद्दे पर दी प्रतिक्रिया पुलिस की अपराधियों से यारी: भोपाल के थाने में TI ने मनाया बदमाश का जन्मदिन पीएम मोदी बोले- स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण ने भारतीय संस्कृति की ख़ूबसूरती को दिखाया