नईदिल्ली। उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर विभिन्न दल अपना अपना प्रचार प्रसार कर रहे हैं ऐसे में भारतीय जनता पार्टी पर बसपा, सपा, कांग्रेस समेत विभिन्न दल हमला करने में लगे हैं। दरअसल भाजपा को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रवक्ता मनमोहन वैद्य द्वारा आरक्षण के मसले पर बयान देना महंगा पड़ गया है। विपक्षी दलों द्वारा भाजपा पर इस तरह के बयान को लेकर हमला किया जा रहा है।इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी मांगे जाने की अपील कांगेस ने की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से माफी की मांग की। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव द्वारा कहा गया कि मनमोहन वैद्य द्वारा आरक्षण के खिलाफ बयानबाजी की गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी मनमोहन वैद्य के बयान का विरोध करते हुए कहा है कि भाजपा जो दलित विरोधी कार्य करने में लगी है उसकी जानकारी लोगों को लग गई है। इस मामले में समाजवादी पार्टी द्वारा कहा गया है कि भाजपा और आरएसएस दोनोें एक ही हैं यह इस तरह के बयान से साफ हो गया है अब चुनाव में जनता इनका निर्णय करेगी। चुनाव में हम भाजपा को धूल चटा देंगे। गौरतलब है कि मनमोहन वैद्य ने शुक्रवार को ही कहा था कि आरक्षण का प्रावधान समाप्त होना चाहिए। उन्होंने कहा था कि आरक्षण के नाम पर बड़े पैमाने पर लोगो को अलग रखा गया। यदि आरक्षण दिया जाएगा तो लोगों में भेद बढ़ जाऐंगे इसलिए लोगों को अवसर अधिक दिए जाने चाहिए। हालाकि इस मामले मेें उन्होंने बाद मे कहा कि उन्होेंने धार्मिक आधार पर दिए जाने वाले आरक्षण का विरोध किया था। यदि धर्म के आधार पर आरक्षण मिल रहा है तो फिर यह ठीक नहीं है। आरएसएस दलितों व पिछड़ों को मिलने वाले आरक्षण का विरोध नहीं कर रहा है।