नई दिल्ली : इस बार आयकर विभाग ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पंडाल और खाने की व्यवस्था करने वाले कुछ बड़े कारोबारियों को निशाने पर लेते हुए कार्रवाई की है .मारे गए इन छापों में 100 करोड़ रुपये का कालाधन और अघोषित आय का पता लगा है. आयकर विभाग की इस कार्रवाई से केटरिंग वालों में हड़कंप मच गया है. आयकर विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 3 मई के बाद से तीन प्रमुख पंडाल और कैटरिंग संचालकों के 43 परिसरों पर तलाशी और छानबीन की कारवाई दिल्ली जांच इकाई ने की है जिसमें अब तक उनसे 1.82 करोड़ रुपये की नकद राशि और 2.4 करोड़ रुपये के आभूषण जब्त की गई है .प्रभावित कारोबारियों की अभी पहचान नहीं हो सकी है , लेकिन ये लोग ही दिल्ली एनसीआर में शादी और दूसरे बड़े पारिवारिक आयोजन करते थे.आयकर विभाग की टीम ने इनके मोबाइल फोन जब्त कर लिए हैं, क्योंकि ये लोग एसएमएस और वॉट्सऐप के जरिए ही ग्राहकों से लेनदेन करते थे. एक अधिकारी ने बताया कि इन कारोबारियों के करीब 15 बैंक लॉकर सील कर दिए हैं. उन्होंने कहा कि इन मामलों में कालाधन और अघोषित आय का आंकड़ा पहली नजर में 100 करोड़ रुपये तक पहुँचने की संभावना है. इनमें से कुछ कारोबारियों ने फर्जी कंपनियों से खरीदारी दिखाकर अपने फर्जी खर्च भी दिखाए हैं. कमाई पर सौ फीसदी कर चोरी मानी जा रही है.आयकर विभाग उन ग्राहकों की भी सूची बना रहा है जो नकद लेनदेन कर इन कारोबारियों की सेवाएं लेते थे. यह भी देखें कर्नाटक में जब्त हुई 120 करोड़ की नकदी व अन्य सामग्री आयकर विभाग ने तीन लाख बेनामी लेनदेन पकड़े