हाल ही में हुए इतिहास के सबसे बैंक घोटाले, पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में जांच कर रहे अधिकारी राजीव सिंह को जाँच से हटा दिया गया है. साथ ही इनके अलावा तीन और अधिकारीयों को भी सीबीआई से अलग कर उनके कैडर भेज दिया गया है. इन सभी को अपने निर्धारित समय से पहले ही इस जाँच से हटाया गया है जो संदेह का विषय है. राजीव सिंह 1993 बैच के त्रिपुरा कैडर के आईपीएस ऑफिसर है, राजीव बैंक सिक्योरिटी और फ्रॉड सेल के ज्वाइन डायरेक्टर थे साथ ही पीएनबी घोटाले और आईसीआईसीआई बंक सीईओ चंदा कोचर जैसे मामलों की जांच इन्ही के हाथ में थी. साथ ही इन अन्य अधिकारीयों में इनमें जॉइंट डायरेक्टर नीना सिंह , डीआईजी अनीश प्रसाद और पुलिस अधीक्षक आर गोपाल कृष्ण राव शामिल हैं. आदेश में हालाँकि इसके पीछे कारण के तौर पर सिर्फ एक बात लिखी है जिसके अनुसार राज्य सरकारों ने इन्हें अपने कैडरों में वापस बुलाया गया है. राजीव सिंह को त्रिपुरा भेज दिया गया है वहीं बाकि के अधिकारी भी वापस लौट गए है वहीं अनीश प्रसाद दो जून को लौटेंगे. बता दें, यह ऐसे समय में किया गया जब ये अधिकारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी करने वाली थी. पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में अब तक: पीएनबी घोटाले में अब नीरव मोदी का परिवार घिरा पीएनबी घोटाला: मोदी पर कसता शिकंजा, पुरे परिवार को ईडी का समन सीबीआई ने मेहुल चौकसी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया फर्जी दस्तावेजों के सहारे लंदन में छुपा है नीरव पीएनबी घोटाले में अधिकारियों पर कार्रवाई शुरू