हाल ही में खेलों में लगाए जाने वाले अपार धन के चलते पनपी भ्रष्टाचार, अवैध सट्टेबाजी, मैच फिक्सिंग की संभावनाओं से सीबीआई की एसआईयू अचानक सक्रिय हो उठी है. सीबीआई की एसआईयू ने बीते शुक्रवार यानी 10 जनवरी 2020 को खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त सभी खेल संघों की जानकारियां मांगी हैं. सभी खेल संघों को 17 जनवरी 2020 तक जानकारियां उपलब्ध कराने को कहा गया है. एसआईयू के हेड जगरूप गुसिन्हा की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि खेलों में अपार धन लगने के चलते खेल अब एक इंडस्ट्री का रूप धारण करते जा रहे हैं. यह पैसा खिलाडिय़ों से लेकर टीमों पर लगाया गया है. वहीं इस बात का पता चला है कि मैच और मुकाबलों के परिणाम को प्रभावित करने के लिए भ्रष्टाचार, अवैध सट्टेबाजी की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए सीबीआई ने एसआईयू और विशेष जांच शाखा स्थापित करने का फैसला लिया. जिसे पूरे देश में खेलों के मामलों में जांच का अधिकार है. लेकिन कारण है कि खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त सभी खेल संघों की जानकारियां प्राप्त कर रही है. वहीं जानकारी मिली है में खेल संघों से उनका रजिस्ट्रेशन नंबर, उनकी मान्यता का स्तर, उनसे मान्यता प्राप्त यूनिट, पदाधिकारियों का नाम और पता, उनकी गतिविधियां और उनकी ओर से आयोजित कराए जाने वाले टूर्नामेंट मांगे गए हैं. एसआईयू ने खेल संघों से सभी अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय टूर्नामेंटों की जानकारी मांगी जा रही है. 'वर्ल्ड गेम्स एथलीट ऑफ द इयर’ के लिए नॉमिनेट हुई यह धुरंदर खिलाड़ी Ind Vs SL: पुणे में टीम इंडिया ने रचा इतिहास, श्रीलंका के खिलाफ बनाया जीत का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया आग: पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए खिलाड़ी, शेन वार्न ने दान किए करोड़ों...