बेंगलोरः आयकर विभाग ने सीसीडी के दिवंगत संस्थापक सिद्धार्थ के बारे में एक अहम खुलासा किया है। आयकर विभाग ने कहा कि वीजी सिद्धार्थ ने 23 सितंबर, 2017 को 658 करोड़ रुपये से अधिक की "बेहिसाब" संपति को स्वीकार किया था। एक अखबार में छपे रिपोर्ट के मुताबिक,सिद्धार्थ ने साईन के साथ बयान में कहा था, "ऊपर दी गई जानकारी के अनुसार मैं 658,74,76,720 रुपये की बेहिसाब आय को स्वीकार करता हूं। मैं इस बात की पुष्टि करता हूं कि मैं अपनी स्वीकारोक्ति का पालन करूंगा और आगे की कार्यवाही में सहयोग करूंगा। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप आयकर अधिनियम के दंड प्रावधानों को लागू करने में उदार रहें।" बयान के मुताबिक, 2012-13 के आकलन साल में अलग-अलग कंपनियों में शेयरों की खरीद और बिक्री मूल्य के गैप के कारण 204 करोड़ रुपये से ज्यादा की बेहिसाब राशि शामिल है। 21 सितंबर, 2017 में सिद्धार्थ के कैफे कॉफी डे के परिसर में खोजी कार्रवाई के बाद ये बयान दर्ज किया गया था। 71 सवाल-जवाब का बयान 23 सितंबर को रिकॉर्ड हुआ था। जिसमें बीच में कई ब्रेक भी शामिल हैं। अपने साइन किए बयान में सिद्धार्थ ने कहा था "जो भी मैंने बयान में कहा है वह सच और सही है। जो भी मैंने बयान में कहा है वह बिना किसी प्रभाव और दबाव के कहा है। अगर कुछ गलत होता है, तो मैं उसके परिणामों से वाकिफ हूं। मैंने सही कथन को पढ़ा है।" उन्होंने ये बात बंगलूरू में डिप्टी डायरेक्टर ऑफ इनकम टैक्स (इन्वेस्टिगेशन) के सामने कही थी। राहुल गांधी का मोदी सरकार पर गिरती अर्थव्यव्स्था को लेकर निशाना देश का दोपहिया वाहन उद्योग भी मंदी के गिरफ्त में हाउसिंग सेक्टर में मंदी दूर करने के लिए सरकार ने उठाया यह कदम