बीते 50 वर्षों से बॉलीवुड जगत में बतौर फिल्म निर्माता अपना स्थान बनाए रखने वाले केसी बोकाडिया की नई फिल्म पर सेंसर बोर्ड कैंची चलाने के लिए परेशान है। बोकाडिया की फिल्म का नाम ‘तीसरी बेगम’ है। कहा जा रहा है कि सेंसर बोर्ड ने उन्हें फिल्म से ‘जय श्री राम’ हटाने को बोला है। इस फिल्म के प्रमाण पत्र के लिए उन्होंने बीते वर्ष आवेदन किया था। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म को देख पहले तो सेंसर बोर्ड की परीक्षण समिति ने इसे एग्जामिन करने के पश्चात् इसे सेंसर सर्टिफिकेट देने से इंकार कर दिया। उन्होंने इस फिल्म के लिए कहा कि ये एक समुदाय विशेष के लिए वैमनस्यता को फैलाती है। साथ ही बोकाडिया को 14 दिन का वक़्त दिया कि वो इस फिल्म को पुनरीक्षण समिति के पास ले जाएँ। सेंसर बोर्ड के इस फैसले के पश्चात् जब बोकाडिया ने दोबारा से फिल्म के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया तो 6 मार्च 2024 को उनके पास एक चिट्ठी आई। इस चिट्ठी में कहा गया था कि ‘तीसरी’ बेगम को सिर्फ बयस्कों के लिए प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके अतिरिक्त रिविजन कमेटी से मिली सलाह में 14 स्थानों पर कट्स या परिवर्तन करने को भी कहे गए थे। प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, बोकाडिया बताते हैं कि उन्हें फिल्म रिलीज से पहले 14 कट्स लगाने को बोले गए हैं तथा उन्हें दुख इस बात का है कि इन कट्स में एक जगह ‘जय श्री राम’ हटाने को भी कहा गया है। बोकाडिया ने कहा- “राम हमारी आस्था के केंद्रबिंदु हैं और फिल्म में ये बात एक ऐसा किरदार कह रहा है जो स्वयं पर हमलावर हुए व्यक्ति की शरण में है।” उन्होंने रामचरित मानस के सुंदरकांड में से प्रभु श्री राम के उस कथन का उदाहरण दिया जिसमें वो विभिषण के शरण में आने पर कहते हैं- “शरणागत कहुं जे तजहिं निज अनहित अनुमानि। ते नर पांवर पाप सम तिन्हहिं बिलोकत हानि।।” बोकाडिया ने कहा, “अगर कोई हमलावर किसी की जान लेने पर आमादा है तथा अपनी जान बचाने के लिए वह व्यक्ति प्रभु श्रीराम के नाम का उच्चारण ले रहा हो तो उसे ‘जय श्री राम’ कहने से भारत में तो शायद ही कोई रोकना चाहेगा।” उन्होंने कहा कि उनकी फिल्म तीसरी बेगम भी ऐसी ही है जिसमें एक व्यक्ति अपनी पहचान छिपाकर तीसरी शादी करता है तथा बाद में गलती मानता दिखता है। वह बताते हैं कि वो व्यक्ति जान बचाने के लिए प्रभु श्रीराम का नाम लेता नजर आता है ऐसे में वो ये नाम क्यों हटाएँ। उन्होंने कहा है- “मैं मर जाऊँगा लेकिन मैं अपनी फिल्म से किसी कीमत पर जय श्री राम नहीं हटाऊँगा।” उन्होंने अपनी बात को सेंसर बोर्ड अध्यक्ष प्रसून जोशी तक पहुँचा दिया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बीते 40 वर्षों में 60 फिल्म को बनाया है लेकिन कभी इस प्रकार सेंसर बोर्ड ने परेशान नहीं किया। हाल ही में उन्होंने दूरदर्शन के लिए सरदार वल्लभ भाई पटेल पर एक साप्ताहिक धारावाहिक बनाया- सरदार द गेम चेंजर। इसे देख केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने इसे सप्ताह में 2 बार करने का सुझाव दिया, मगर सेंसर बोर्ड ने उनकी फिल्म को देख उसे रिलीज करने से ही इंकार कर दिया तथा जब इजाजत दी तो उसमें से श्रीराम का नाम हटाने को बोला। केसी बोकाडिया बोलते हैं कि यदि उन्हें इस फिल्म को जय श्री राम शब्दों के साथ रिलीज होने से रोका गया तो वह इसके खिलाफ उच्च न्यायालय जाएँगे। बेटी मालती संग दिखाई प्रियंका चोपड़ा, किया कुछ ऐसा कि फैंस कर रहे तारीफ 'मैं जया बच्चन से बेहतर हूं...', पैपराजी को देख बोली ये दिग्गज अदाकारा 'भाई की मौत को 45 महीने बीते, अब तक खोज रहे जवाब', सुशांत सिंह की बहन ने PM मोदी से लगाई मदद की गुहार