नई दिल्ली : सरकार द्वारा प्रमुख नदियों की साफ-सफाई को लेकर काफी चर्चा की गई है। इस दौरान केद्र सरकार ने गंगा के लिए तो क्लीन गंगा प्रोजेक्ट भी तैयार किया और इस नदी के लिए एक अलग मंत्रालय बना दिया लेकिन अब ऐसा ही कार्य आम आदमी पार्टी की दिल्ली राज्य की सरकार ने भी करना प्रारंभ कर दिया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार ने यमुना की सफाई को लेकर कार्य करना प्रारंभ कर दिया है। दरअसल सरकार ने एक योजना बनाई है जिसके तहत ढाई वर्ष में यमुना को कचरा और प्रदूषण मुक्त कर दिया जाएगा। मगर इसके लिए लागत करीब 825 करोड़ रूपए की लागत वाली विस्तृत योजना की शुरूआत प्रारंभ हो गई। दरअसल दिल्ली में यमुना एक्शन प्लान का तीसरा क्रम प्रारंभ हुआ जिसका शुभारंभ केंद्रीय जल संसाधन मंत्री उमा भारती और दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा की मौजूदगी में किया गया। हमेशा एक दूसरे से लड़ने वाली और विवाद करने वाली केंद्र और दिल्ली की राज्य सरकार यमुना की सफाई को लेकर साथ आई हैं। सरकारों ने तय किया है कि दोनों ही मिलकर जलमल शोधन के लिए वजीराबाद और ओखला के बीच एसटीपी का निर्माण करेंगी। यही नहीं नदी के ठोस कचरे को भी ट्रैश स्कीमर के माध्यम से हटाया जाएगा। नदी किनारे बने घाटों की मरम्मत की जाएगी तो दूसरी ओर नदी के तटबंध भी बनाए जाऐंगे। केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा है कि इस तरह की योजना के कारण नदी का प्रदूषण कम हो जाएगा। नदी में तटबंध तैयार किए जाऐंगे। यही नहीं करीब ढाई करोड़ की लागत से 6 घाट सुधारे जाऐंगे।