नई दिल्ली : मोदी सरकार द्वारा भारतीय सेना के अगले प्रमुख के तौर पर लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत के नाम की घोषणा कर दी गई है। सरकार की ओर से कहा गया है कि यह नियुक्ति सुरक्षा हालातों व आवश्यकताओं के आधार पर हुई है। इस दौरान रक्षामंत्रालय द्वारा कहा गया है कि सेना प्रमुख की नियुक्ति पैनल ने की है। यह पैनल कमांडर रैंक के अधिकारियों का था, जिस तरह से कमांडर्स ने रावत का चयन किया है उससे इस नियुक्ति पर सवाल नहीं उठाए जा सकते हैं। दरअसल रावत को लेकर यह बात सामने आई है कि रावत को जम्मू कश्मीर में आतंक विरोधी अभियानों का अनुभव है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की ओर से बढ़ते आतंकवाद और पाकिस्तानी सेना के सीज़फायर उल्लंघन में रावत का अनुभव बेहतर साबित हो सकता है। रक्षामंत्रालय द्वारा कहा गया है कि उनका चयन सही तरह से हुआ है। गौरतलब है कि कांग्रेस, वाम दल और विपक्ष के अन्य दल इस नियुक्ति का विरोध कर रहे हैं। हथियारों की नोंक पर आतंकियों ने LOC पार करने पर पाकिस्तान देता है 1 करोड़