नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने भारत के सभी राज्यों की सरकारों को चेतावनी दी है कि वे चीन, ईरान और अफगानिस्तान जैसे “चिंता वाले कुछ देशों’’ की एजेंसियों से आंतरिक सुरक्षा मुद्दों पर सीधे तौर पर संपर्क ना करे। केंद्र सरकार का मानना है कि देश की आंतरिक सुरक्षा जैसे मुद्दों की जानकारी इन देशो से साझा करना देश की सुरक्षा के लिए घातक हो सकता है और केंद्र सरकार देश की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता नहीं करेगी। एक हिन्दू ने लिखा था पाकिस्तान का राष्ट्रगान केंद्र सरकार के गृह मंत्रालयों ने भारत के सभी मुख्य सचिवों को हाल ही में पत्र भेज कर कहा है कि राज्य पुलिस बलों को मंत्रालय से पूर्व सलाह-मश्विरा के बगैर इन देशों के संस्थानों या एजेंसियों के ऐसे आग्रहों पर “विचार करने या उसे आगे बढ़ाने” के निर्देश नहीं दिए जाने चाहिए। पहले ही दिन राज्यसभा में विपक्ष का दिल जीत चुके नए उपसभापति हरिवंश गृह मंत्रालय का कहना है कि हम मानते है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कानून प्रवर्तन संबंधी सहयोग वाजिब है लेकिन राष्ट्र सुरक्षा के लिहाज से विदेशी संस्थानों या एजेंसियों खासकर चिंता के विषय वाले देशों की संस्थाओं से संपर्क करते हुए सजग और जांचा-परखा रवैया अपनाने की जरूरत है। ख़बरें और भी पाकिस्तान की सेना को अमेरिका का बड़ा झटका इस महीने नेपाल में होगा बिम्सटेक सम्मेलन, पाकिस्तान रहेगा नदारद 'नागराज' की सफलता पर दिनेश यादव का बड़ा बयान