नईदिल्ली। जीएसटी को लेकर मुश्किलों का दौर अभी थमने का नाम नहीं ले रहा है। हालात ये हैं कि कारोबारियों को इसके प्रावधान समझ में नहीं आ रहे हैं, तो बाजार में माना जा रहा है कि जीएसटी की दरें लागू होने से महंगाई बढ़ गई है। इसी बीच जानकारी सामने आई है कि जीएसटी रिटर्न फाइल करने में भी कारोबारियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि लोगों की सुविधा के लिए केंद्र सरकार ने 10 सदस्यों की समिति का निर्माण किया है लेकिन इसके बाद भी व्यवसायियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार द्वारा समिति का गठन कर यह बताने की जवाबदारी दी गई है कि आखिर वर्तमान व्यवसथा में किस तरह के बदलाव की आवश्यकता है। कारोबारियों को जानकारी दी जाएगी कि आखिर वे किस तरह से फाईलिंग आसानी से कर सकेंगे। सबसे अधिक परेशानी छोटे व्यवसायियों की हो रही है। जो आॅटो निर्यातक हैं उन्हें भी मुश्किल हो रही है। इन कारोबारियों की राशि जीएसटी रिफंड में अटकी हुई है, ऐसे में इनकी कार्यशील पूॅंजी अधिक हो गई है। जो कारोबारी व्हीकल का व्यवसाय करते हैं उनके पैसेंजर व्हीकल का कारोबार जुलाई से अक्टूबर के बीच काफी कम हुआ है। ऐसे में उन्हें भी जीएसटी रिटर्न फाईल करने में कुछ पेचिदगियों का सामना करना पड़ सकता है। महंगाई की दस्तक पर सरकार हुई सक्रिय जीएसटी रिटर्न को आसान बनाने में जुटी सरकार उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियों ने दाम घटाए