नई दिल्ली: कोविड महामारी के बीच ”ब्लैक फंगस” (Black Fungus) या म्यूकोरमायकोसिस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को सभी राज्यों को “ब्लैक फंगस” को महामारी घोषित करने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों से ब्लैक फंगस को “महामारी रोग अधिनियम” के तहत दुर्लभ किन्तु संभावित घातक संक्रमण के तहत दर्ज करने के लिए कहा है। हाल के दिनों में देश में कोरोना से उबर चुके लोगों में ब्लैक फंगस के केस सामने आए हैं। इसका अर्थ यह है कि ब्लैक फंगस के सभी पुष्ट या संदिग्ध मामले (कोविड के ठीक होते रोगियों में देखी जाने वाली स्थिति) की जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय को देनी होगी। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने राज्यों को लिखे हुए पत्र में कहा है कि, “सभी सरकारी और निजी स्वास्थ्य सुविधाओं और मेडिकल कॉलेजों को म्यूकोरमायकोसिस की जाँच, डायग्नोसिस, प्रबंधन के लिए गाइडलाइन्स का पालन करना होगा।” बुधवार (19 मई) को राजस्थान के ब्लैक फंगस को महामारी घोषित करने के बाद गुरुवार (20 मई) को दो और प्रदेशों तेलंगाना और तमिलनाडु ने भी इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया। तमिलनाडु में ब्लैक फंगस से पहली संदिग्ध मौत की जानकारी है। थूटूकुड्डी जिले में कोरोना से पीड़ित एक 57 वर्षीय व्यक्ति की सरकारी अस्पताल में ब्लैक फंगस से मौत होने के आसार हैं। दो दिनों में बंद हो सकता है 'इजराइल-फिलिस्तीन' संग्राम, हमास के अधिकारियों को उम्मीद लगातार दूसरी बार केरल के CM बने विजयन, गवर्नर आरिफ खान ने दिलाई शपथ केंद्रीय मंत्री रविशंकर का पलटवार, कहा- सीएम ममता का आचरण बेहद शर्मनाक और पीड़ादायक